प्रशासनिक बैठक में तय हुए नए मानक
मंदाकिनी तटों पर प्लास्टिक प्रतिबंध
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । शुक्रवार को जिला पर्यावरण समिति, जिला गंगा समिति एवं जिला वृक्षारोपण समिति की संयुक्त बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी पुलकित गर्ग ने की। बैठक में मंदाकिनी नदी के पुनरोद्धार एवं कायाकल्प को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने पर गहन चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सिंचाई, लघु सिंचाई, मनरेगा, वन विभाग सहित सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना तैयार करें और उसका शीघ्र क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
![]() |
| बैठक में मौजूद अधिकारीगण |
मंदाकिनी नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में स्थित आश्रमों एवं मंदिरों में सिंगल यूज प्लास्टिक और थर्मोकोल उत्पादों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने चेतावनी बोर्ड लगाने, मंदिर प्रबंधन की अनुमति के बिना भंडारों के आयोजन पर रोक तथा भंडारों में कागज और पत्तों से बने दोना-पत्तल के अनिवार्य उपयोग पर जोर दिया। साथ ही स्वच्छता अभियान चलाकर आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने की बात कही गई। नदी में गिरने वाले नालों की रोकथाम को लेकर वन विभाग ने बताया कि एसटीपी स्थापना हेतु जल निगम नगरीय बांदा द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। वाल्मीकि आश्रम क्षेत्र में स्वच्छता व्यवस्था पर असंतोष व्यक्त करते हुए बिना अनुमति भंडारों के आयोजन पर रोक और प्लास्टिक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। ग्रीन चौपाल के तहत 40 ग्राम पंचायतों में लक्ष्य पूर्ण होने की जानकारी दी गई। वहीं समिति सदस्यों ने सिल्ट जमाव और अस्ति विसर्जन के लिए पृथक स्थल चिन्हित करने के सुझाव रखे, जिन पर आगे कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बैठक में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
.jpeg)
No comments:
Post a Comment