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Monday, August 28, 2023

आजादी के बाद से अब तक नहीं बनी सड़क, विकास को तरस रहे लोग

ग्रामीण बोले- वोट लेने के बाद मुड़कर भी नहीं देखते जनप्रतिनिधि 

फतेहपुर, मों. शमशाद । जिले के एक गांव के हालत आज भी ऐसे हैं कि यहां मूलभूत सुविधाओं से लोग तरस रहे हैं। ऐसा तब है जब देश को आज़ाद हुए सात दशक पूरे हो गए। आजादी के बाद आज देश में विकास की बात की जाती है, लेकिन यहां मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को सपना देखने जैसा प्रतीत हो रहा है। असोथर ब्लॉक की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत सरकंडी मजरे छकना का डेरा गांव की आबादी तकरीबन 500 के आसपास है। यहाँ के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं। किसी भी गांव के भविष्य और विकास के लिए सड़क और पानी सबसे मूलभूत सुविधाएं हैं लेकिन गांव की हकीकत यह है कि यहां आजादी के बाद से ही सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। हालांकि सरकार और जिले के नुमाइंदे व जनप्रतिनिधि मूलभूत सुविधाओं का दावा जरूर करते हैं। ग्रामीण लाल सिंह, भोला निषाद, राम खेलावन उर्फ बड़कू, राम दुलारी निषाद आदि का कहना है कि उनके गांव में आजादी के बाद से अब तक सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं, बरसात के दिनों में लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि जब चुनाव का समय आता है तो वोट मांगने आते हैं। बदले में आश्वासन देते हैं कि उनके और क्षेत्र के लिए विकास का काम किया जाएगा लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद विकास तो छोड़िए कोई भी जनप्रतिनिधि गांव की तरफ पलट कर देखने तक नहीं आता।  

दलदल वाले मार्ग से गुजरते ग्रामीण।

चारपाई पर ले जाते हैं मरीज

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सड़क न होने से लोगों को कहीं भी जाने में परेशानी होती है। साथ ही स्वास्थ्य खराब होने पर मरीजों को वाहन तक पहुंचाने के लिए करीब एक किलामीटर तक कंधे या चारपाई पर लादकर मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचाना पड़ता है। लोगों का कहना है कि बरसात के दिनों में हालात बद से बदतर हो जाते है। यहां के स्कूली बच्चों को उनके अभिभवक कच्चे दलदल भरे कीचड़ युक्त रास्ते से कंधों में बैठाकर स्कूल पहुंचाते हैं। इसी से सहज ही गांव के विकास का अंदाजा लगाया जा सकता है। सड़क नहीं होने की वजह से गांव विकास से कोषों दूर है लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का इस ओर ध्यान तक नहीं है।

सड़क निर्माण कराने का होगा प्रयास : बीडीओ

बीडीओ विश्वनाथ पाल ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा समस्याओं के बारे में अवगत कराया है। जांच के दौरान रास्ता किसानों की भूमिधरी में होने की बात सामने आई है। जिन किसानों की जमीने हैं उनसे बातचीत कर सड़क निर्माण का प्रयास किया जायेगा।


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