प्रत्याशी चयन व कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से हुई पराजय
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । चित्रकट-बांदा लोकसभा में भाजपा की पराजय का ठीकरा पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा बताई है। प्रत्याशी चयन को लेकर भी सवाल उठाये हैं। पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र ने गुरुवार को कहा कि योजनाओं को धरातल पर नहीं उतारा। निजी स्वार्थ के चलते कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से भाजपा की पराजय हुई है। ब्राह्मण वर्ग समेत हर वर्ग के लोग टिकट चयन से खुश नहीं थे। चुनाव की डुगडुगी बजने के दिन से ही
पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र। |
विरोध शुरू हो गया था। बुंदेलखंड में भाजपा प्रत्याशी की पराजय के अलग-अलग कारण हैं। भाजपा प्रत्याशी को जो वोट मिले हैं, वह भाजपा के हैं। ब्राह्मण बांदा-चित्रकूट लोकसभा सीट को अपना मानता है। प्रत्याशी की कार्यशैली से हार हुई है, क्योंकि कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं मिली। लोकसभा सीट में सर्वाधिक ब्राह्मण व अनुसूचित जाति के मतदाता है। इसी आधार पर टिकट का बंटवारा होता आया है। दो बार से ब्राह्मणों की उपेक्षा हुई है, ये वर्ग पूरी तरह विरोध में था।
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