चित्रकूट ब्यूरो, सुखेन्द्र अग्रहरि : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन व पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह सहित अन्य प्रशासनिक व न्यायिक अधिकारियों ने गुरुवार को जिला कारागार का त्रैमासिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिला कारागार के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने महिला बैरक में निरुद्ध महिला कैदियों, चिकित्सालय एवं पाकशाला (रसोई घर) हाई सिक्योरिटी, हाता नंबर तीन, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत प्रशिक्षण ले रहे निरुद्ध कैदियों के कक्ष का निरीक्षण किया। जनपद न्यायाधीश व जिलाधिकारी ने महिला बैरक के निरीक्षण के दौरान निरुद्ध महिला कैदियों से खानपान व समस्याओं के बारे में जानकारी लेते हुए कैदियों के बच्चों को चॉकलेट भी बांटी। कहा कि कारागार में निरुद्ध बालिकाओं की परीक्षा होने पर समय सारिणी के मुताबिक उन्हें परीक्षा में जाने दिया जाए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के लीगल एंड डिफेंस काउंसिल गया प्रसाद निषाद से कहा कि जिन कैदियों के पास सरकारी वकील नहीं है उनका प्रार्थना पत्र भिजवाएं। इसके बाद उन्होंने अस्पताल वार्ड का
निरीक्षण किया एवं कैदियों से उनके स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी लेते हुए सम्बन्धितों को समय पर कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण करते रहने के लिए निर्देशित किया। अधिकारियों ने हाई सिक्योरिटी में कैदियों से समस्याओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही पाकशाला का निरीक्षण किया। जहां मीनू के अनुसार भोजन बनते हुए पाया गया। जिला जज व जिलाधिकारी ने जेल अधीक्षक से कहा कि कैदियों को भोजन व नाश्ता प्रतिदिन मीनू के अनुसार शुद्धता के साथ दिया जाए। इसमें कोई अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। साथ ही ठंड के दृष्टिगत कैदियों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला जज नीलू मैनवाल, सीजीएम राजेंद्र प्रसाद भारती, जेल अधीक्षक शशांक पांडेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी सहित सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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