चित्रकूट ब्यूरो, सुखेन्द्र अग्रहरि : उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति (जेजेसी) के तत्वावधान एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा निर्गत कार्य योजना के अनुपालन में शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम ने राजकीय सम्प्रेक्षण गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जनपद न्यायाधीश राजकीय सम्प्रेक्षण में निरुद्ध बाल अपचारियों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति द्वारा राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) में बाल अपचारियों के शैक्षणिक विकास के लिए समर्पित पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की जानकारी ली। साथ ही जो पुस्तकें समिति द्वारा प्रेषित सूची के अनुसार उपलब्ध नहीं हैं, उनको
उपलब्ध कराने के लिये निर्देश दिये गये। राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में चित्रकूट आवासित बाल अपचारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के बारे में बातचीत की गयी। उनको निःशुल्क अधिवक्ता के सम्बन्ध में अवगत कराया गया और किसी बाल अपचारी के पास अधिवक्ता उपलब्ध न हो तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से अपने वाद की पैरवी के लिए निःशुल्क अधिवक्ता प्राप्त कर सकता है। निरीक्षण में किशोर न्याय बोर्ड की प्रधान मजिस्ट्रेट अंजलिका प्रियदर्शिनी, क्षेत्राधिकारी नगर राजकमल, उपजिलाधिकारी कर्वी पूजा साहू, संस्था प्रभारी वीर सिंह सहित किशोर न्यायबोर्ड की सदस्य अर्चना श्रीवास्तव, शिवशंकर त्रिपाठी
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