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Monday, December 30, 2024

सुहागिनों ने लगाए पीपल वृक्ष के फेरे, मांगी पति की लंबी उम्र

सोमवती अमावस्या पर सुहागिन महिलाओं ने भगवान शंकर और पार्वती की पूजा की

शहर समेत पूरे जिले में सोमवती अमावस्या पर महिलाओं ने पूजे पीपल वृक्ष

बांदा, के एस दुबे । दिसंबर माह के आखिरी दिवस में कड़ाके की ठंड के बीच सोमवती अमावस्या के मौके पर सुहागिन महिलाओं ने जिले में पीपल वृक्ष की पूजा की। धागा लेकर पीपल वृक्ष के फेरे लगाए और भगवान शंकर व माता पार्वती की पूजा करते हुए पति की लंबी उम्र मांगी। इसके साथ ही सुख समृद्धि की कामना की। शहर के विभिन्न देवालयों में लगे पीपल वृक्ष के नीचे सुहागिन महिलाएं हाथों में पूजा के थाल लिए खड़ी नजर आईं। शहर के विभिन्न स्थानों में लगे पीपल के वृक्ष की सुहागिन महिलाओं ने पूजा अर्चना की। पूजा-अर्चना के दौरान महिलाओं ने धागा लेकर पीपल वृक्ष के फेरे लगाए। इसके साथ ही विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की। इस दौरान महिलाओं ने धूपबत्ती जलाकर पीपल वृक्ष की आरती उतारी। पूजा के दौरान

पीपल वृक्ष की फेरी लगातीं सुहागिन महिलाएं।

महिलाओं ने पति की लंबी उम्र की कामना की। इसके साथ ही सुख और समृद्धि की कामना की। सुहागिन महिलाओं का मानना है कि अमावस्या के मौके पर पीपल वृक्ष और भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने पर सुख समृद्धि के साथ ही पति की उम्र बढ़ती है। पीपल वृक्ष की परंपरा लगातार चली आ रही है। इसके चलते सोमवती अमावस्या पर महिलाओं नू पूजा-अर्चना की। शहर के संकट मोचन मंदिर, महेश्वरी देवी मंदिर, काली देवी मंदिर, करिया नारे हनुमान मंदिर के साथ ही अन्य देव स्थानों पर पूजा-अर्चना का सिलसिला चलता रहा। इसी तरह अतर्रा, बबेरू, कमासिन, नरैनी समेत पूरे जिले में सोमवती अमावस्या पर महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। अतर्रा कस्बे के सिद्धपीठ गौरा बाबा धाम मंदिर, कृषि फार्म, कोतवाली परिसर, ब्रह्म विज्ञान इंटर कॉलेज के मैदान में स्थित पीपल वृक्षों के पास सुबह से ही महिलाओं की भीड़ देखने को मिली। महिलाओं ने व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा की और पीपल के वृक्ष के चारों ओर धागा बांधते हुए परिक्रमा की। पूजा में कच्चा धागा, तिल, सिंदूर, फूल और प्रसाद चढ़ाकर भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना की गई। उन्होंने अपने वैवाहिक जीवन की सुख-शांति और पूरे परिवार की समृद्धि के लिए प्रार्थना की।


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