केन नदी का अस्तित्व बचाने का लिया गया संकल्प
बांदा, के एस दुबे । केन जल आरती के आयोजन में लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान अवैध खनन के खिलाफ नारेबाजी की गई। मशीनों से कैचमेंट एरिया में अवैध खनन किए जाने का विरोध किया। कहा कि खनन किए जाने की वजह से जलीय जीव जंतु मर रहे हैं। गंगा समग्र संगठन के द्वारा जल्द ही मुख्यमंत्री को मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की जाएगी। मालुम हो कि हाल ही में मुख्यमंत्री ने राजस्व को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। राजस्व अधिकारी उनके निर्देश का पालन नहीं कर पा रहे हैं। नदी से चोरी से बालू निकाली जाती है और उसको मोटरसाइकिल, ई - रिक्शा के माध्यम से या फिर ट्रैक्टर में लोडिंग करके बेचा जाता है, जिससे राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। लगातार नदी से बालू निकालकर नदी के आसपास सड़कों के किनारे पर बड़े-बड़े ढेर लगाकर बोरियों में भरकर बालू बेची जा रही है, जो ई रिक्शा के माध्यम से घरों में पहुंचती है और लोग उसे बालू का उपयोग
केन जल आरती उतारते गंगा समग्र संगठन के सदस्य |
करते हैं। जिससे राजस्व का विशेष रूप से घाटा हो रहा है, क्योंकि पहले लोग नदी से बालू रॉयल्टी देकर खरीदते थे, लेकिन अब इन सभी साधनों का उपयोग करके रॉयल्टी न देकर बालू डायरेक्ट घरों में पहुंच रही है, जिससे सरकार को भारी नुकसान हो रहा है। बहुत जल्द गंगा समग्र के द्वारा इन सभी मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री के पास रखा जाएगा और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करवाई जाएगी। केन जल महा आरती के दौरान सभी श्रद्धालुओं ने अवैध खनन के खिलाफ नारेबाजी की और केन नदी का अस्तित्व बनाने की शपथ ली। इस मौके में गंगा वाहिनी की प्रमुख अनीता शुक्ला, जिला सह प्रभारी आलोक कुमार निगम, जिला महामंत्री राकेश कुमार त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष महेश कुमार धुरिया, जिला उपाध्यक्ष राघवेंद्र द्विवेदी, जिला मंत्री कमलेश कुमार गुप्ता, नगर अध्यक्ष ब्रज किशोर द्विवेदी, सदर तहसील अध्यक्ष विनय कुमार प्रजापति, उपाध्यक्ष संदीप सेन सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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