दोनों पक्षो ने एक दूसरे के लौटाए तोहफे
वधु पक्ष को शादी में खर्च हुए 95500 दिए
फतेहपुर, मो. शमशाद । द्वारचार, भांवर समेत शादी की सभी रस्मे होने के बाद भोर पहर कलेवा में पेड़ खिलाये जाने के बाद दूल्हे के चकराकर गिरने से दुल्हन ने विदा होने से इंकार कर दिया। मामला बिगड़ने पर गाँव मे हुई पंचायत के बाद दोनों पक्षो ने आपसी सहमति से वर पक्ष ने लड़की पक्ष को शादी में ख़र्च हुए 95 हज़ार पांच सौ रुपये देने व दुल्हन को चढ़ाए गये सभी वस्तुएं एवं नेग में दिये पैसे वापसी करने का समझौता कर बारात वापस लौटा दी गयी। हसवा ब्लाक के जलमामऊ ग्राम निवासी दयाराम रैदास की पुत्री पूजा की शादी मालवा विकास खंड के ग्राम भवानीदीन का पुरवा पोस्ट बेरुई निवासी रामारूप के पुत्र विकास से तय थी। तय समय बारात भी आ गयी। नाचते गाते बारातियों का स्वागत होने के पश्चात शादी की सारी रस्मे शुरू हुई जिसमें द्वारचार के बाद दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई, फेरे पड़ने के बाद दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा और सात जन्मों तक
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पंचायत में वार्ता करते वर व वधू पक्ष के लोग। |
साथ निभाने की कसमें भी खाई। सब कुछ हसी खुशी चल रहा था तभी कलेवा खाने की रस्म के दौरान दुल्हन की भाभी के खिलाये पेड़े खाते ही दूल्हा विकास चक्कर खाकर गिर गया। दूल्हे के बेहोश होकर गिरते ही दोनों ही पक्षो केलोगों में हड़कंप मच गया। महिलाओं में खाना फूसी शुरू हो गयी। कोई कुछ समझ पाता तब तक दुल्हन पक्ष के लोगों ने शादी से इनकार कर दिया। शादी से इनकार किये जाने की जानकारी मिलते ही वर और वधु दोनों पक्षो में विवाद शुरू हो गया। मामला बिगड़ता देखकर दोनों ही पक्षो के लोगो ने ग्राम प्रधान समेत अन्य संभ्रात लोगों ने बीच बचाव कर समझौता करने का प्रयास शुरू कर दिया। लेकिन दुल्हन पक्ष कुछ सुनने को तैयार नही था। काफी देर मान मनव्वल के बाद दोनों पक्षो ने आपसी सहमति से एक दूसरे को दिये गये लेनदेन को वापस करने व शादी के दौरान दुल्हन पक्ष को खर्चे के 95,500 देने की सहमति बनाई व बिना दुल्हन के ही बारात वापस लौट गयी।
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