सदन में विधायक अनिल प्रधान का हल्ला बोल
टैंकरों की बैसाखी पर बुंदेलखंड
गंदे नाले से मंदाकिनी मैली
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रथम सत्र में जल संकट का मुद्दा गरमा गया। चित्रकूट सदर के विधायक अनिल प्रधान ने जल जीवन मिशन की पोल खोलते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। सदन में सवाल किया कि आखिर हर घर जल योजना केवल कागजों पर क्यों दौड़ रही है? प्रदेशभर में सड़कों की खुदाई तो हो गई, लेकिन जनता को एक बूंद पानी तक नसीब नहीं हुआ। विधायक ने बताया कि बुंदेलखंड हर साल जल संकट से जूझता है, लेकिन इस बार स्थिति और भी भयावह होती जा रही है। जलाशयों में रिसाव हो रहा है, हैंडपंप ठप पड़े हैं व कई गांवों में अभी तक पाइपलाइन नहीं बिछाई गई। गर्मियों में भूजल स्तर इतना नीचे चला जाता है कि लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। चित्रकूट की आस्था व जीवनरेखा मानी जाने वाली माँ मंदाकिनी नदी गंदगी से पट चुकी है, लेकिन सरकार बेखबर बनी बैठी है। बिना ट्रीटमेंट के गंदे नाले सीधे नदी में गिराए जा रहे हैं, जिससे जल प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।
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विधायक अनिल प्रधान |
जल जीवन मिशन के नाम पर प्रदेशभर में सड़कों की खुदाई कर दी गई, लेकिन मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। बारिश के मौसम में टूटी-फूटी सड़कों की वजह से लोगों की दिक्कतें और बढ़ जाती हैं। ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जल संकट से निपटने के लिए विधायक प्रधान ने चित्रकूट की दोनों विधानसभाओं में 100-100 ट्यूबवेल लगाने की मांग की, ताकि पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो सके। हर घर जल योजना को लेकर भी सरकार की नीयत पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले इस योजना को 2024 तक पूरा करने का वादा किया गया था, लेकिन अब 2028 की नई तारीख दी जा रही है। वहीं चित्रकूट में आधार कार्ड अपडेट न होने की वजह से बच्चों को स्कूलों में दाखिला नहीं मिल रहा। अभिभावक महीनों से परेशान हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा। विधायक ने प्रदेशभर में ग्राम पंचायत स्तर पर आधार सुधार कैंप लगाने की मांग की, ताकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो।
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