चित्रकूट ब्यूरो, सुखेन्द्र अग्रहरि : हाकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद्र की जयंती राष्ट्रीय खेल दिवस के रुप में मनाई गई। इस दौरान ग्रामोदय विश्वविद्यालय के खेल विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। साथ ही मासिक प्रार्थना सभा का आयोजन कर सामूहिक वंदे मातरम गाया गया तथा स्वच्छता के लिए श्रमदान किया गया। कार्यक्रम में कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने मेजर ध्यान चंद्र के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान ने रस्सा कसी प्रतियोगिता सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमे विजई प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों सम्मानित किया गया। इसके बाद आयोजित मासिक प्रार्थना सभा में सहायक कलेक्टर सतना अनिकेत शांडिल्य ने विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के प्रभावी टिप्स देते हुए कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी करने वाले युवा अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ता के साथ खुद को मानसिक रूप से भी तैयार करें। बताया कि कॉलिज एजुकेशन प्रतियोगी
परीक्षाओं के उपयुक्त समय है। कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रोदय के गौरवपूर्ण लक्ष्य को लेकर ग्रामोदय विश्वविद्यालय अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया है कि अपनी दिनचर्या में पानी बचाने, प्लास्टिक घटाने, पेड़ लगाने, स्वच्छता बढ़ाने और स्वदेशी अपनाने का संकल्प ले। छात्रा अंकिता ने मेजर ध्यान चंद्र सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय खेल दिवस के महत्व को रेखांकित किया। शुभम ठाकुर ने एकल गायन और विद्यार्थी समूह ने गायन प्रस्तुत किया। उपकुलसचिव अकादमी डॉ साधना चौरसिया ने प्रगति प्रतिवेदन पढ़ा। इस मौके कुलसचिव प्रो आरसी त्रिपाठी, अधिष्ठाता प्रो अमरजीत सिंह, प्रो डीपी राय, डॉ आञ्जनेय पांडेय, संगीत इकाई के डॉ विवेक फड़नीस, खेल अधिकारी डॉ विनोद कुमार सिंह, टीम समन्वय धनंजय सिंह, सुनीता सिंह, छात्रा निवेदिता वर्मा, दिव्यांशी सिंह आदि मौजूद रहे।
.jpg)

No comments:
Post a Comment