चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । विश्व एड्स दिवस पर ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड की परियोजना जाग्रति ने चित्रकूट के परसौंजा, खोह, रूपौली, तीरमऊ, शिवरामपुर और रामनगर गांवों में जागरूकता का बड़ा अभियान चलाया। कार्यक्रम में जिला समन्वयक राजीव कुमार पाठक ने बताया कि एचआईवी/एड्स से बचाव का सबसे कारगर तरीका समय पर जांच, सुरक्षित व्यवहार और वैज्ञानिक जानकारी है। उन्होंने ग्रामीणों में जांच को लेकर फैली झिझक पर चिंता जताई और स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग सभी जांचें और उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराता
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| जागरूकता अभियान में मौजूद संस्था के सदस्य व ग्रामीण |
है। ब्लॉक कोऑर्डिनेटर विनोद पांडेय और विकास पांडेय ने एड्स के लक्षण, संक्रमण के कारणों और बचाव के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी। पोस्टर और पंपलेट के माध्यम से यह भी बताया गया कि एड्स छूने, साथ बैठने या भोजन साझा करने से नहीं फैलता। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण, आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य टीमें शामिल रहीं और समाज में जागरूकता फैलाने की शपथ ली।
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