देवेश प्रताप सिंह राठौर.............
..........पाकिस्तान के हालात बहुत खराब है हे जब पूरी दुनिया मंदी के दौर से गुजर रही है, पाकिस्तान की स्थिति बेहद नाजुक हो चुकी है। अब तो वहां के रक्षामंत्री ने सार्वजनिक रूप से कह दिया है कि हम एक दिवालिया हो चुके देश में रह रहे हैं। उन्होंने इस स्थिति के लिए राजनेताओं, नौकरशाहों और सेना को जिम्मेदार ठहराया है।पिछले काफी समय से पाकिस्तान के लोग आटा, पेट्रोल, सब्जियों आदि की कीमतें आसमान पर पहुंच जाने को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपनी पदयात्रा के दौरान पाकिस्तान के खस्ता हाल को लेकर वहां के हुक्मरान पर तीखा हमला बोला, तो उन्हें अपार जनसमर्थन मिला। ऐसी स्थिति में अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सुझाव दिया है कि अगर पाकिस्तान को अपनी माली हालत सुधारनी है, तो उसे अधिक कमाई करने वालों पर अधिक कर लगाने और कम कमाई वालों को कर में राहत देने का कदम उठाना चाहिए।इस समय जब पूरी दुनिया मंदी के दौर से गुजर रही है, उसकी स्थिति बेहद नाजुक हो चुकी है। अब तो वहां के रक्षामंत्री
ने सार्वजनिक रूप से कह दिया है कि हम एक दिवालिया हो चुके देश में रह रहे हैं। उन्होंने इस स्थिति के लिए राजनेताओं, नौकरशाहों और सेना को जिम्मेदार ठहराया है।पिछले काफी समय से पाकिस्तान के लोग आटा, पेट्रोल, सब्जियों आदि की कीमतें आसमान पर पहुंच जाने को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपनी पदयात्रा के दौरान पाकिस्तान के खस्ता हाल को लेकर वहां के हुक्मरान पर तीखा हमला बोला, तो उन्हें अपार जनसमर्थन मिला। ऐसी स्थिति में अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सुझाव दिया है कि अगर पाकिस्तान को अपनी माली हालत सुधारनी है, तो उसे अधिक कमाई करने वालों पर अधिक कर लगाने और कम कमाई वालों को कर में राहत देने का कदम उठाना चाहिए।इस समय जब पूरी दुनिया मंदी के दौर से गुजर रही है, उसकी स्थिति बेहद नाजुक हो चुकी है। अब तो वहां के रक्षामंत्री ने सार्वजनिक रूप से कह दिया है कि हम एक दिवालिया हो चुके देश में रह रहे हैं। उन्होंने इस स्थिति के लिए राजनेताओं, नौकरशाहों और सेना को जिम्मेदार ठहराया है।पिछले काफी समय से पाकिस्तान के लोग आटा, पेट्रोल, सब्जियों आदि की कीमतें आसमान पर पहुंच जाने को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपनी पदयात्रा के दौरान पाकिस्तान के खस्ता हाल को लेकर वहां के हुक्मरान पर तीखा हमला बोला, तो उन्हें अपार जनसमर्थन मिला। ऐसी स्थिति में अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सुझाव दिया है कि अगर पाकिस्तान को अपनी माली हालत सुधारनी है, तो उसे अधिक कमाई करने वालों पर अधिक कर लगाने और कम कमाई वालों को कर में राहत देने का कदम उठाना चाहिए।इस समय जब पूरी दुनिया मंदी के दौर से गुजर रही है, उसकी स्थिति बेहद नाजुक हो चुकी है। अब तो वहां के रक्षामंत्री ने सार्वजनिक रूप से कह दिया है कि हम एक दिवालिया हो चुके देश में रह रहे हैं। उन्होंने इस स्थिति के लिए राजनेताओं, नौकरशाहों और सेना को जिम्मेदार ठहराया है।
पिछले काफी समय से पाकिस्तान के लोग आटा, पेट्रोल, सब्जियों आदि की कीमतें आसमान पर पहुंच जाने को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपनी पदयात्रा के दौरान पाकिस्तान के खस्ता हाल को लेकर वहां के हुक्मरान पर तीखा हमला बोला, तो उन्हें अपार जनसमर्थन मिला। ऐसी स्थिति में अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सुझाव दिया है कि अगर पाकिस्तान को अपनी माली हालत सुधारनी है, तो उसे अधिक कमाई करने वालों पर अधिक कर लगाने और कम कमाई वालों को कर में राहत देने का कदम उठाना चाहिए। पाकिस्तान की विपक्ष सरकार हमेशा कहती है हम परमाणु सकती हैं अब वही परमाणु वालवलकर नाश्ता करें खाना खाएं कुछ बचा नहीं है पाकिस्तान आज उस राह पर खड़ा है जहां भुखमरी महामारी और दाने दाने के लिए वहां की जनता मोहताज है।


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