जेल में किया गया जागरूकता शिविर
बांदा, के एस दुबे । जिला कारागार में महिला जेल बंदियों को आत्म निर्भर व सशक्त बनाए जाने के लिए महिला बैरक में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सुचेता चैरसिया ने किया। बताया गया कि जेल में निरुद्ध महिलाओं के लिए कारागार से सम्बद्ध महिला पराविधिक स्वयंसेवक सुमन शुक्ला द्वारा ब्यूटीशियन के माध्यम से महिला बंदियों को ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण, सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, हस्तनिर्मित पंखे, थैले व अन्य सजावटी सामानों को बनाने का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। ताकि महिला बंदी सशक्त एवं आत्म निर्भर बन सकें। इसके साथ ही जेल से बाहर जाकर उन्हें अपनी जीविका चलाने में कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। पराविधिक स्वयं सवेक सुमन शुक्ला ने बताया कि महिलाओं से संबंधित
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| जेल से बाहर निकलते हुए सदस्यगण |
विभिन्न सरकारी योजनाओं के बल पर और स्वयं सहायता समूह के द्वारा महिलाएं आत्मनिर्भर होकर सशक्त हो सकती हैं। साथ ही यह भी बताया कि महिलाओं के कुपोषण को दूर करने के लिए कई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इससे महिलाएं शारीरिक रूप से सशक्त हो सकें। उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन और निराश्रित महिलाओं को पेंशन प्रदान किए जाने संबंधी योजनाओं से भी अवगत कराया। सहायक अधिवक्ता लीगर एंड डिफेंस काउंसिल अनुराग तिवारी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए आत्म चिंतन एवं स्वनिर्णय की शक्ति होना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को उन नकारात्मक स्थितियों से बचना चाहिए जो उनके सशक्त होने में बाधक हैं। तहसीलदार द्वारा महिलाओं व बालिकाओं के आत्म निर्भर बनाने के लिए शिविर में उपस्थित महिलाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से भी अवगत कराया। शिविर में अविनाश गौतम वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने आगंतुकों का आभार जताया। शिविर में जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा, उप जेलर महेंद्र सिंह, राशिद अहमद डीईओ, अशोक त्रिपाठी पराविधिक स्वयंसेवक सहित सभी महिला बंदी उपस्थित रहीं।


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