बाजार में रंग और पिचकारियों की सज गईं हैं दुकानें
बांदा, के एस दुबे । होली का पर्व नजदीक आते ही खरीददारी का दौर शुरू हो गया है। पकवान बनाने की सामग्री के साथ ही रंगों और पिचकारियों की जमकर बिक्री का सिलसिला शुरू हो गया है। सुबह से शाम तक जमकर खरीददारी की जा रही है।
![]() |
| बाजार में रंग खरीदते लोग |
सब्जी मंडी सरांय में दुकानदार नितिन लालवानी, कैलाश भागवानी, अनिल कुमार, दिलीप, मोनू, सुनील भागवानी दुकानों में लग रही भीड़ को ध्यान में रखते हुए कहते हैं कि अबकी बार खरीददारी का दौर तेजी के साथ चल रहा है। बाजारों में चहलकदमी तेज हो गई है। कमल गुलाल, भगवा गुलाल सहित रंग व पिचकारी ने बाजार में धूम मचा दी है। इसमें बच्चों को बीन, सपेरा पिकचारी खूब भा रही है। कारोबारी विष्णु चैरसिया का कहना है कि दो वर्ष से कोरोना के चलते पाबंदियां थीं, इसलिए बाजार में मंदी नजर आ रही थी। अबकी बार पाबंदियां हटने के बाद बाजार में होली का रंग चढ़ने लगा है। होली करीब आते ही बाजारों में रौनक बढ़ गई है। महेश्वरी देवी व कालूकुआं चैकी आदि स्थानों पर बाजार सज गए हैं। माता-पिता के साथ छोटे बच्चे बाजारों में जाकर गुलाल, पिचकारी, मुखौटे, कैप, गुब्बारे आदि खरीद रहे हैं। इस बार बाजार में खासतौर पर बच्चों को रिझाने के लिए बीन सपेरा पिचकारी आई है
![]() |
| पिचकारी खरीदता बालक |
जो बच्चों की पहली पसंद बनी हुई है। यह पिचकारी काफी किफायती भी है। थोक कारोबारियों ने बताया कि बीन सपेरा पिचकारी का रेट 95 रुपया प्रति पिचकारी है। यह किफायती पिचकारी है। इसलिए बच्चों के साथ-साथ परिजनों के बजट में भी है। इसकी मांग बहुत ज्यादा है। इस बार पिचकारी की सेल अच्छी हो रही है। इधर, पुलिस प्रशासन ने पहले ही अराजकतत्वों को आगाह कर दिया है कि होली के पर्व पर या किसी भी त्योहार पर किसी भी प्रकार की अराजकता फैलाने का प्रयास किया तो उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। शहर कोतवाल श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि सुबह, दोपहर और शाम बाजार में पुलिस का भ्रमण कराया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो सके। दुकानदारों को भी हिदायत दी गई है कि किसी भी प्रकार की अराजकता की जानकारी होने पर तत्काल पुलिस को अवगत कराएं।



No comments:
Post a Comment