दिव्यांग बच्चों को जानकारी देकर फल आदि किए भेंट
फतेहपुर, मो. शमशाद । शहर के खंभापुर स्थित श्री कृष्ण आदर्श विद्या मन्दिर दिव्यांग (मूकबधिर एवं मंदबुद्धि) शैक्षिक व्यावसायिक एवं पुनर्वासन विद्यालय व राष्ट्रीय बधिरता बचाव एवं रोकथाम कार्यक्रम के अंतर्गत बधिर लोगों का अन्तर्राष्ट्रीय सप्ताह के अन्तर्गत अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस का आयोजन किया गया। शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा. आरके वर्मा, विशिष्ट अतिथि श्याम कृष्ण चैधरी, विभांशु शेखर वर्मा, डा. वकील अहमद व प्रबंधक सीताराम यादव ने संयुक्त रुप से माॅ शारदे की प्रतिमा में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित करके किया। मुख्य अतिथि एनसीडी के नोडल अधिकारी डा. आरके वर्मा ने मूक व श्रवण दोष दिव्यांगता की रोकथाम व सांकेतिक भाषा एवं सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। विशिष्ट अतिथि जिला अस्पताल के आॅडियोलाॅजिस्ट श्याम कृष्ण चैधरी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर 2017 द्वारा 23 सितंबर को
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| मूक-बिधर व दिव्यांग बच्चों को फल आदि भेंट करते अतिथि व प्रबंधक। |
अंतर्राष्ट्रीय संाकेतिक भाषा दिवस के रूप में घोषित किया हैं ताकि संाकेतिक भाषा के महत्व के बारे में जागरूकता बढाई जा सके। प्रबंधक ने कहा कि भारतीय संाकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र दिल्ली की स्थापना सितंबर 2015 में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई है। जिसका मुख्य उदेश्य भारतीय सांकेतिक भाषा को बढावा देना, जनशक्ति को प्रशिक्षण देना और इसके संवर्धन के लिए अनुसंधान करना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 वकील अहमद ने करते हुए कहा कि सांकेतिक भाषा को बढावा देने के लिए संस्था 19 से 25 सितंबर तक की अवधि को बधिरों के अंतर्राष्ट्रीय सप्ताह के रूप मे मनाया जा रहा हैै। जिसका मुख्य आयोजन आज अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के रूप में किया जा रहा। अंत में संस्था ने 47 दिव्यांग बच्चों को फल आदि उपहार भेट किया गया। प्रधानाचार्य महेन्द्र सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। संचालन छात्रावास अधीक्षक मनीष कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रमुख सहयोगी अर्जुन सिंह, राकेश कुमार, सर्वेश कुमार, सुमन देवी, मनीष सिंह यादव, अंशुमान सिंह पटेल, धर्मेन्द्र, वैशाली, चंचल, राजकरन, अनुज कुमार, विश्वेन्द्र सिंह, आशा देवी, आरती व सम्पत सहित विद्यालय के छात्र व अभिभावक उपस्थित रहे।


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