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Thursday, September 21, 2023

भ्रष्टाचार में दोषी अधिकारियों पर की जाए कार्रवाई

टीएसी जांच में बड़े पैमाने पर उजागर हुआ भ्रष्टाचार 

लोनिवि अभियंता ने दर्ज कराया फर्जी मुकदमा, मानहानि का वाद करेंगे दायर 

बांदा, के एस दुबे । बांदा-हमीरपुर मार्ग के मरौली संपर्क मार्ग सहित अन्य मार्गों के निर्माण में प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुशील त्रिवेदी ने आयुक्त से की थी, जिस पर उन्होने टीएसी से जांच कराई जिसमें बडे़ पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हुए हैं। इस पर उन्होने दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है। शहर के कालूकुंआ स्थित एक रेस्टोरेंट में गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुशील त्रिवेदी ने कहा कि आयुक्त के आदेश पर ग्रामीणों की मौजूदगी में टीएसी ने जब मरौली संपर्क मार्ग की जांच की तो पाया कि पांच की जगह चार किमी ही सड़क बनी है। उसमें भी 53 एमएम की गिट्टी नहीं डाली गई। एक-एक लाख के अनुबंध गठित कर अतिरिक्त आइटम बनाकर नियम विरूद्ध तरीके से तत्कालीन अधिशाषी अभियंता समेत कई सहायक अभियंताओं ने 39 लाख तक का फर्जी भुगतान किया है। बांदा-बबेरू मार्ग में नियम विरूद्ध हेड परिवर्तन कर भुगतान किए जाने के दोषी साबित हुए हैं। जबकि आज तक सड़क कार्य पूरा नहीं हो सका है। मुरवल से घनसौल पिस्टा संपर्क मार्ग में उप जिलाधिकारी द्वारा की गई जांच में यह पाया गया कि शिकायत के बाद सड़क का निर्माण कराया गया जबकि अधिशाषी अभियंता राजाराम मथुरिया द्वारा दी गई आख्या के मुताबिक इस मार्ग का कार्य अपै्रल माह में पूरा हो गया है और नियमानुसार भुगतान की कार्यवाही की गई है जिससे यह स्पष्ट है कि धन का बंदरबांट किए जाने के उद्देश्य से जानबूझकर अधूरा कार्य कराया गया है। पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार साबित होने के बाद प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता राजाराम मथुरिया व सहायक अभियंता अजय कुमार ने उनकी छवि धूमिल करने के लिए फर्जी मुकदमा लिखाया है। जिसके खिलाफ वह अदालत में मानहानि का वाद दायर करेंगे। 

मीडिया से बात करते सुशील त्रिवेदी (दाएं)

डीजल भुगतान के नाम पर भी हुआ घोटाला 

बांदा। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि फर्जी वाहनों में डीजल भुगतान के नाम पर भी घोटाला हुआ है जबकि टीएसी ने साक्ष्य नहीं मांगे हैं। जिस वाहन नंबर में 45-45 लीटर डीजल भराए जाने की पर्ची काटी गई है उन वाहनों के टैंक की क्षमता 10-12 लीटर की है। उन्होने कहा कि करिया नाला के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में लघु सेतु निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यहां लघु सेतु की आवश्यकता ही नहीं है। कार्य स्थल में ही मिट्टी मौजूद होने के बावजूद दो किमी दूर से मिट्टी ढुलाई दिखाई गई है। आरसीसी प्लांट के बजाए मैनुअल मिक्चर मशीन से कार्य कराया जा रहा है।


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