कानपुर, प्रदीप शर्मा - विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर आज हार्ट फूलनेश श्री राम चन्द्र मिशन के सहयोग से केशव मधुवन वाटिका में त्रिदिवसीय ध्यान शिविर का आयोजन केशव मधुवन सेवा समिति केशव नगर द्वारा किया गया जिसमें बड़ी संख्या में उपस्थित योगी जनो ने ध्यान लगाने की विद्या सीखी। शिविर का शुभारंभ करते हुए ध्यान प्रशिक्षक श्री एस पी सिंह व श्याम अवस्थी ने बताया कि यह भारत के लिए गौरव का पल है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने भारत के यशस्वी प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए २१ दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया। इससे पहले भी भारत के ही प्रस्ताव पर २१ जून को विश्व योग दिवस घोषित किया गया था। ध्यान ऊर्जा से एक ग्यारह वर्ष के क्षात्र कृष्णा पुत्र आभा, गोपाल श्रीवास्तव ने आंख में पट्टी बांध कर किसी भी वस्तु का रंग बताने एवं बिना देखे पढ़ने की कला का प्रदर्शन कर सबको आश्चर्य चकित कर दिया और बताया कि ध्यान का निरंतर अभ्यास करने से यह संभव हो सका है।
समिति के महा सचिव राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि योग की विद्या से जहां हम शारीरिक रूप से स्वस्थ होते है वहीं मानसिक स्वस्थ रहने के किए ध्यान नितान्त आवश्यक है। इससे मानसिक विकास होने के साथ ही मानसिक शांति, स्मरण शक्ति में वृद्धि एवं किसी कार्य में मन केंद्रित करने में सहायता मिलती है। ध्यान केन्द्र की प्रशिक्षिका सीमा शुक्ला व प्रमोद शुक्ला ने शिविर आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई। शिविर में डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह, समिति के अध्यक्ष श्री जयराम दुबे, योग शिक्षक श्याम बिहारी शर्मा,श्रीराम उत्तम,रोशन लाल वर्मा, वी के दीक्षित,प्रदीप त्रिपाठी, राम प्रकाश पाण्डेय, बी के तिवारी, किशोर कुमार,पंकज अग्रवाल,संजय श्रीवास्तव, कप्तान सिंह, सीमा शुक्ला,जयंती बाजपेई, आदि प्रमुखरूप से उपस्थित रहे।
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