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Monday, December 30, 2024

जनपद, ब्लाक व पंचायत स्तरीय अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण

जलवायु परिवर्तन अनूकुलन, जल, स्वच्छता व साफ-सफाई पर हुई कार्यशाला

फतेहपुर, मो. शमशाद । जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण व यूनिसेफ उत्तर प्रदेश, लखनऊ के संयुक्त प्रयास से जलवायु परिवर्तन अनूकुलन, जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई व आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर जनपद, तहसील एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजन किया। यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ सलाहकार आपदा प्रबंधन धनश्याम मिश्रा एवं जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई विशेषज्ञ अंकिता द्वारा प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में 42 जनपद स्तरीय, ब्लाक स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है, कि जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली आपदाओं जैसे आकाशीय विद्युत, बाढ़, सूखा, अत्यधिक ठण्ड, लू व अन्य अधिसूचित आपदाओं से आम जनमानस के जीवन एवं उनके जीविकोपार्जन पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करना तथा आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर समझ बनाना जिससे

प्रशिक्षण में भाग लेते डीएम व अन्य।

जनपद में विभाग स्तर पर बनाई जाने वाले आपदा प्रबन्धन की कार्ययोजना में आपदा जोखिम न्यूनीकरण की गतिविधियों का समावेश किया जा सके। उन्होंने उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त अपने विभाग में अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान करने निर्देश दिए और कहा कि सभी अधिकारीगण प्रशिक्षण आयोजन की कार्य योजना अतिशीघ्र जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण कार्यालय में उपलब्ध करायें। अपर जिलाधिकारी (वि/रा.) अविनाश त्रिपाठी ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु उपस्थित अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण स्थायी विकास की परिकल्पना की मुख्य अवधारणा है। किसी भी आपदा में सबसे पहले मनुष्य का स्वास्थ्य खराब होता है, क्योंकि आपदाओं के प्रभाव से सर्वप्रथम आम जनमानस की जल, स्वच्छता व साफ-सफाई प्रभावित होता है, इसलिए आपदा आने के बाद विभाग द्वारा डिजास्टर रिस्पांस की गतिविधियों में जल, स्वच्छता व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। आपदा प्रबन्धन की गतिविधियों को समुदाय आधारित प्रयासों से क्रियान्वित करने का प्रयास करेंगे तो निश्चित ही आम जनमानस का जीवन व आजीविका दोनों सुरक्षित होगा। उपजिलाधिकारी सदर प्रदीप कुमार रमन ने प्रशिक्षण के समापन में उपस्थित समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि सभी विभागों के अधिकारियों को आपदा प्रबन्धन के प्रति वचनबद्धता हेतु भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आपदा प्रबन्धन कानून 2005 एवं आपदा प्रबन्धन निति तैयार की गयी है, जिससे तहत् जिला आपदा प्रबन्धन योजना, ग्राम आपदा प्रबन्धन योजना, स्कूल आपदा प्रबन्धन योजना जनपद स्तर पर लाइन डिपार्टमेण्ट के माध्यम से तैयार कराया जा रहा है। बहु-आपदा प्रबन्धन के विचार से ही आम जनमानस के जीवन एवं उसके जीवीकोपार्जन को सुरक्षित करते हुए आपदा मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके। इस मौके पर जनपद स्तरीय अधिकारीगण एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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