Pages

Wednesday, December 18, 2024

छात्र द्वारा लगाए गए आरोपो को बताया निराधार

अधिकारी और शिक्षकों पर शांति बनाए रखने का दायित्व

कानपुर, प्रदीप शर्मा - छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय मे छात्रा द्वारा विश्वविद्यालय के शिक्षकों पर लगाए गए आरोपो को न्यायालय ने निराधार बताया। मामले की सुनवाई के बाद न्यायालय ने शिक्षकों को झूठे मामले में फसाने की बात कहते हुए विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं में अनुशासन बनाए रखने और शैक्षिक वातावरण में कोई अशांति ना उत्पन्न किए जाने की बात कही। बताते चले कि पिछले दिनों 21 मार्च को विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में छात्रवृत्ति मामले को
लेकर प्रदर्शन किया गया था जिसमें छात्रों ने कहा था कि शिक्षकों और अधिकारियों के कारण उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है। वहीं छात्रा द्वारा जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने व छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया था। जिसकी सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि छात्रा द्वारा लगाए गए आरोप सही साबित नहीं हुए हैं उन्होंने कहा कि दिए गए बयानों से किसी भी प्रकार का आरोप गठित नहीं होता है। अदालत ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में शांति बनाए रखने के दायित्व का निर्वहन अधिकारी और शिक्षकों द्वारा किया जाता है यदि कोई अनुशासन भंग करता है तो उस पर विधिक कार्यवाही करने का दायित्व है।

No comments:

Post a Comment