मेडिकल कॉलेज की चिकित्सक ने टीम के साथ किया उपचार, मिली सफलता
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने डॉक्टर और उसकी टीम का बढ़ाया हौसला
बांदा, के एस दुबे । रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में गंभीर मर्जों का उपचार संभव हो रहा है। चिकित्सक अपना सर्वश्रेष्ठ कार्य करते हुए मरीजों का उपचार कर रहे हैं। पेट दर्द से पीड़ित एक महिला ने कई अस्पतालों में अपना उपचार कराया था, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। मेडिकल कॉलेज चिकित्सक डॉ. अपर्णा शुक्ला ने जांच के बाद मरीज का उपचार किया। बिना आपरेशन के ही दूरबीन पद्धति से महिला मरीज के बच्चेदानी की गांठ बाहर निकाल दी। महिला के परिवार ने चिकित्सक की सराहना की है।
मेडिकलू कॉलेज में दूरबीन विधि से महिला का उपचार करतीं चिकित्सक। |
बबेरू क्षेत्र के औगासी रोड जमुनिया निवासी महिला बाबू देवी (45) काफी समय से पेट दर्द से परेशान थी। वह अक्सर पेट दर्द और रक्तस्राव से परेशान रहती थी। इस बारे में उसने कई अस्पतालों में अपना उपचार कराया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज की चिकित्सक डॉ. अपर्णा शुक्ला ने मरीज की जांच कराई और दूरबीन विधि से बच्चेदानी की गांठ बाहर निकाली। मालूम हो कि मेडिकल कॉलेज में बच्चेदानी की जांच ऑपरेशन, बच्चेदानी की गांठ, बांझपन की जांच भी हो सकती है। प्राइवेट अस्पतालों में इस जांच में 25 से 30 हजार रुपये का खर्च आता है। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसके कौशल ने चिकित्सक और उसकी टीम का उत्साहवर्धन करते हुए बधाई दी। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने कहा कि मरीजों का बेहतर तरीके से उपचार किया जाता है और अच्छी चिकित्सा सलाह दी जाती है।
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