अप्रैल के प्रथम सप्ताह में बढ़ रहे तापमान और गर्मी से बचने के लिए प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
जिला आपदा प्रबंधन ने हीटवेव और गर्मी से बचाव के लिए पोस्टर दिखाकर लोगों को किया जागरूक
बांदा, के एस दुबे । अप्रैल के प्रथम सप्ताह में लगातार बढ़ रहे तापमान और हीटवेव से बचने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। कहा गया कि प्यास भी न लगी हो, तब भी पानी पियें। इसके साथ ही अधिक गर्मी लगने पर स्नान करें। बुधवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हीटवेव जन जागरूकता अभियान चलाया। हीटवेव कैंप लगाकर जनपद के लोगों को हीटवेव से बचने के सुझाव व सावधानियां बताई गईं। जनपदवासियों को गर्मी से बचने के लिए सचेत किया गया। हीटवेव कैंप का आब्जर्बेशन जिला आपदा विशेषज प्रभाकर सिंह ने किया। दैवीय आपदा के कनिष्क लिपिक विनोद कुमार, मिथलेश सिंह, चन्द्रसेन सिंह, दीपक कुमार, राजा भैया के सहयोग से जन जागरूकता अभियान चलाने में सहयोग किया।

पोस्टर दिखाकर लोगों को जागरूक करते कर्मचारी।
गर्मी से बचने के लिए यह सावधानियां बरतें
- - अधिक परिश्रम के मध्य छाया में विश्राम आवश्य करें।
- - प्यास की ईच्छा न होने पर भी पानी पिएँ।
- - शरीर में अधिक गर्मी लगने पर स्नान करें
- - अधिक गर्मी में व्यायाम नहीं करें।
- - हल्के रंग या सफेद रंग के सूती वस्त्र धारण करें।
- - खाने में पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाएं
- - फलों में रसीले फल तरबूज चिमडी, खीरा ककड़ी को खाएं
- - चाय काफी मंदिरा नहीं पियें। बल्कि दही छाछ लस्सी का प्रयोग करें।
गर्मी (तापघात) से प्रभावित होने वाले लक्षण
- - शरीर का तापमान बढना एवं पसीना नहीं आना
- - सिर दर्द होना या सिर भारी होना
- - उल्टी दस्त होना, बेहोश होना
- - मांसपेशियों में ऐठन, त्वचा सूखना एवं त्वचा का लाल पडना
(गर्मी) तापघात का प्राथमिक उपचार
- - व्यक्ति को छायादार एवं ठण्डे स्थान पर ले जाएं।
- - तत्काल 108 पर डायल कर एम्बुलेंस से नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाएं
- - अगर बेहोश ना हो तो शीतल जल पिलाएं
- - गीले कपड़े या स्पंज रखें। तथा शरीर के कपड़े निकाल दें।
- - पंखे से शरीर पर हवा डालें।
- - शरीर के ऊपर पानी से स्प्रे करें।
- - व्यक्ति को पैर ऊपर रखकर सुला दें।

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