चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । बुंदेलखंड में पृथक राज्य की माँग को लेकर उठी जनजागृति की लहर अब एक विचार क्रांति में बदल रही है। गाँव-गाँव पाँव-पाँव यात्रा का उद्देश्य सिर्फ आंदोलन नहीं, बल्कि बुंदेलखंड राज्य की माँग को जन-जन तक पहुँचाना है। यह यात्रा झांसी मंडल में दो चरणों में पूरी हो चुकी है और अब चित्रकूट मंडल में यात्रा चलेगी, जिसका समापन चित्रकूट में होगा। पृथक बुंदेलखंड राज्य आंदोलन के महानायक राजा बुंदेला ने कर्वी के लोनिवि निरीक्षण गृह में पत्रकारों से कहा कि यह यात्रा एक विचार क्रांति है, जो पूरे बुंदेलखंड में फैलकर पृथक राज्य की माँग को मजबूती देगी। उन्होंने केंद्र सरकार को तीन विकल्प सुझाएः बुंदेलखंड को पृथक राज्य का दर्जा दिया
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लोनिवि निरीक्षण गृह में पत्रकारों से वार्ता करते राजा बुदेला |
जाए, केंद्र शासित प्रदेश बनाएं, या फिर बोडोलैंड की तर्ज पर गर्वर्निंग काउंसिल बनाई जाए। आगे बताया कि गाँव-गाँव यात्रा के अगले चरण हमीरपुर, महोबा और बाँदा जिलों से होते हुए चित्रकूट में समापन होगा। इस यात्रा में युवाओं के बीच विचार क्रांति की लहर तेज हो रही है। यात्रा के अंतर्गत प्रधानमंत्री के नाम संबोधित समर्थन पत्र भी संकलित किए जा रहे हैं, जिन्हें दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन कर सौंपा जाएगा। इस यात्रा के माध्यम से बुंदेलखंड के लाखों समर्थक अपनी माँग को एक विचार क्रांति में बदलने की दिशा में जुटे हुए हैं। इस कार्यक्रम में अजीत सिंह, जालौन के बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष शिवम चौहान सोनू, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव भारतीय किसान यूनियन प्रताप सिंह बुंदेला, शांती देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक सुनील पटेल समेत अन्य मौजूद रहे।
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