स्वावलंबन की ओर बढ़ते कदम
जन शिक्षण संस्थान की प्रेरक पहल
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले के नानाजी श्रद्धा केंद्र गढ़ीवा में दीनदयाल शोध संस्थान से संचालित एवं कौशल विकास उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार से वित्तपोषित जन शिक्षण संस्थान की ओर से आत्मनिर्भरता के लिए कौशल विकास की आवश्यकता विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी हुई। कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए संस्थान के निदेशक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि किस प्रकार कौशल दक्षता के विविध कार्यक्रम न केवल प्रतिभागियों के सामाजिक व आर्थिक जीवन में परिवर्तन ला रहे हैं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बना कर समाज में सम्मानजनक स्थान भी दिला रहे हैं। संस्कृति मंत्रालय के सेक्शन ऑफिसर अंकुश रस्तोगी ने
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| कौशल संगोष्ठी में चर्चा करते अतिथिगण |
आत्मनिर्भरता को आत्मविश्वास और आत्म सम्मान से जोड़ते हुए संस्थान के चलाए जा रहे महिला-केंद्रित प्रशिक्षणों की सराहना की और सुझाव दिया कि उत्पादों की बिक्री को प्रदर्शनियों का आयोजन करें। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्रालय की अपर सचिव श्रीमती अंजना ने कहा कि यह प्रयास जाति, पंथ और धर्म से परे जाकर जमीनी स्तर पर सामाजिक परिवर्तन ला रहा है। खासतौर पर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए यह मॉडल अनुकरणीय है। कहा कि युवाओं को हुनर देकर उन्हें राष्ट्र निर्माण का मजबूत आधार बनाया जा सकता है। कार्यक्रम की सफलता में इंजीनियर राजेश त्रिपाठी, प्रभाकर मिश्र, बनारसीलाल पाण्डेय, अजय पाण्डेय सहित अनुदेशकों और प्रतिभागियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।


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