बबेरू, के एस दुबे । कस्बे के मरका तिराहा मे चल रही सात दिवसीय संगीतमयी भागवत ज्ञान सप्ताह में बुधवार को कथावाचक ने सुदामा चरित्र की कथा का बखान किया। कथा सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। आचार्य पंडित विजय कृष्ण शास्त्री चित्रकूट ने श्रद्धालुओं को सुदामा चरित्र की कथा श्रवण कराते हुये कहा कि मित्रता हो तो सुदामा और कृष्ण जैसी, उन्होंने कहा सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र सखा से मिलने के लिये सुदामा द्वारिकापुरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुदामा द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे द्वार पर द्वारपालों ने
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| श्रीमद् भगावत कथा श्रवण करते श्रोता। |
सुदामा का भिक्षा मांगने वाला समझ कर रोक दिया, तब उन्हे कहा कि व कृष्ण के मित्र हैं, जिस पर द्वारपाल ने महल में गये और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है, अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से सुदामा का नाम सुना तो श्रीकृष्ण तेजी से द्वार की तरफ भागे। सामने सुदामा सखा को देखकर उन्हे अपने सीने से लगा लिया। कथा सुनकर श्रोता भवविभोर हो गए। इस मौके पर शिवशंकर गुप्ता, उमाशंकर, प्रमोद कुमार, विनोद कुमार, रामप्रकाश आदि मौजूद रहे। हवन-पूजन के बाद गुरुवार को भंडारा होगा।


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