युवा उद्यमियों से स्वरोजगार के लिए आवेदन करने की बात कही
बांदा, के एस दुबे । जिलाधिकारी जे. रीभा ने जिला स्तरीय उद्योग बन्धु की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि उद्यमियों की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निस्तारित किया जाए। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्राप्त भौतिक लक्ष्य 2500 के सापेक्ष्य बैंको को अधिक से अधिक आवेदनों को प्रेषित करते हुए ऋण के लिए आवेदन स्वीकृत कराये जाने के निर्देश दिये। योजना के अन्तर्गत 301 ऋण आवेदन पत्र बैंको को भेजे गए जिसमें 77 ऋण आवेदन स्वीकृत करते हुए 33.64 लाख का लोन स्वीकृत किया गया है, उन्होंने बैंकर्स को अवशेष आवेदनों का ऋण स्वीकृत कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण मार्जन मनी योजना की समीक्षा करते हुए उद्यमियों से कहा कि इस योजना के अन्तर्गत सभी युवा उद्यमियों को स्वरोजगार के लिए आवेदन करें एवं योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, यदि बैंको से किसी प्रकार से ऋण स्वीकृत में समस्या हो तो अवगत करायें, जिससे उसका निस्तारण किया जा सके।
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| बैठक को संबोधित करतीं डीएम जे. रीभा |
उन्होंने उपायुक्त उद्योग को निर्देशित किया कि जिन उद्यमियों द्वारा इंटेन्ट हस्ताक्षर करते हुए निवेश के लिए प्रस्ताव दिये थे, उनके कामर्सियल प्रोडक्सन को प्रारम्भ कराया जाए और आगामी जीबीसी के लिए सभी विभागों के नोडल व उद्यमियों संगठनों के पदाधिकारियों से सहयोग प्राप्त करते हुए एमओयू को शतप्रतिशत धरातल तक लाने, नए निवेश प्रस्तावों का एमओयू तैयार कराये। औद्योगिक क्षेत्र भूरागढ़ में रिक्त भूखण्डों का आवंटन ई-ऑकसन के माध्यम से आवंटित किये जाने के विज्ञापन को स्थानीय समाचार पत्रों से भी प्रचारित कराये जाने का अनुरोध उद्यमियों द्वारा किया गया। जिलाधिकारी ने औद्योगिक क्षेत्र भूरागढ में जलापूर्ति के सम्बन्ध में अधिशाषी अभियंता जलनिगम नगरीय द्वारा उपलब्ध कराये गये आगणन प्रस्ताव 284.66 लाख को स्वीकृत हेतु प्रबन्ध निदेशक यूपीसीडा के स्तर पर स्वीकृति के लिए कार्यवाही कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र भूरागढ में विद्युत आपूर्ति में सुधार व विद्युत ट्रिपिंग की समस्या के वैकल्पिक समाधान के लिए अधिशाषी अभियंता विद्युत को निर्देशित किया। औद्योगिक क्षेत्र भूरागढ में रोड के किनारे अतिक्रमण को हटाये जाने के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। बैठक में मुख्य अग्निसमन अधिकारी द्वारा उद्यमियों को आग से बचाव के लिए अपने संस्थानों में अग्निसमन यंत्रों को स्थापित रखने व औद्योगिक क्षेत्र में किसी प्रकार के ज्वलनशील पदार्थ के उपयोग नहीं करने के सम्बन्ध में अवगत कराया, जिससे कि आग लगने से बचाव हो सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, जीएम डीआईसी गुरूदेव, अधिशाषी अभियंता विद्युत, क्षेत्रीय प्रबन्धक यूपीसीडा, मुख्य अग्निसमन अधिकारी सहित उद्यमीगण मनोज जैन, अशोक गुप्ता, मनोज शिवहरे व अन्य उद्यमी तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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