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Tuesday, April 15, 2025

देखि सुदामा की दीनदशा करुणा करके करुणानिधि रोए....

बामदेवेश्वर मंदिर के समीप आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में सुदामा चरित्र सुन भावुक हुए श्रोता

बांदा, के एस दुबे । बामदेवेश्वर मंदिर के समीप पंडित रमेश त्रिपाठी के आवास पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के अंतिम दिन मंगलवार को कथावाचक आनंद भूषण मिश्र ने सुदामा चरित्र की कथा का बखान किया। कहा कि देखि सुदामा की दीनदशा करुणा करके करुणानिधि रोये, पानी परात को हाथ छुओ नहि, नयनन के जल से पग धोये। सुदामा चरित्र सुनकर श्रोता भावुक हो उठे। कथावाचक आनंद भूषण महाराज ने प्रवचन किए। कथा व्यास ने एकादश स्कंघ का वर्णन करते हुए कहा कि जो सर्वत्र भगवान का दर्शन करता है, वह उत्तम भक्त होता है, जो ईश्वर से प्रेम भगवद्वकतो से मैत्री अज्ञानियों पर दया भगवद्ररोहियों की अपेक्षा करते हैं, वह सामान भक्त होते हैं। कहा कि अल्पवसन चित्र संस्कृतिक पतन के परिचायक हैं, मातृशक्ति का मर्यादित स्वरूप ही पुरुषों के आचरण

श्रीमद् भागवत कथा बखान करते आनंद भूषण मिश्र

को समृद्ध कर सकता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से रामचरित मानस से शिक्षा ग्रहण करने की सीख दी। कहा कि जगत जननि जानकी भारतीय नारी के मर्यादा की पराकाष्ठा हैं। सुदामा भगवान श्रीकृष्ण के अकिंचन भक्त थे। सुशीला की प्रेरणा से मित्र का दर्शन करने द्वारिका गए। अंतर्यामी भगवान श्रीकृष्ण ने सुदामा को बिना मांगे ही एक मुट्ठी टूटा चावल के बदले ऐश्वर्य दे दिया। कहा कि संतोष और भगवान के ऊपर दृढ़ विश्वास ही शरणागत का मूलमंत्र है, ईश्वर के चरणों की शरणाग गति करने से इस लोक में यश ऐश्वर्य और धन की प्राप्त होती है। इस अवसर पर कथा परीक्षित कुसुम त्रिपाठी (माताजी) मनीषा त्रिपाठी व पंडित रमेश त्रिपाठी समेत रामानुज त्रिपाठी, मनोज मिश्रा, उमाशंकर त्रिपाठी, उदयभान द्विवेदी, राजेंद्र कुमार शिवहरे, राजू त्रिपाठी, दिलीप त्रिपाठी, अमित सेठ भोलू, रजत सेठ,राजन हवाई, रणधीर, अंशुल जैन, सुमति त्रिपाठी, निशा मिश्रा, रजनी त्रिपाठी, रश्मि द्विवेदी, शिल्पी त्रिपाठी, संगीता शिवहरे, अनुराधा जड़िया, वंदना, सुनीता शिवहरे ,शुभी, वृंदा समेत सैकड़ो श्रोता उपस्थित रहे।

मौजूद श्रोतागण।

आज होगा भंडारे का आयोजन

बांदा। श्रीमद् भागवत कथा आयोजक पंडित रमेश त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को कथा विश्राम हो गया। बुधवार को दोपहर से भंडारे का आयोजन किया जाएगा। श्री त्रिपाठी ने लोगों से भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करने की अपील की है।


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