तापमान बढ़ने से जनजीवन बेहाल
फतेहपुर, मो. शमशाद । अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में गर्मी अपने पूरे रौद्र रूप में दिखाई दे रही है। तापमान 44 डिग्री व गर्म हवाओं के थपेड़ों ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। तपिश से बचने के लिए इंसानों के साथ पशु पक्षी भी बेहाल नज़र आ रहे है। दोपहर के समय बाहर निकलना मुश्किल हो गया। शनिवार को हफ्ते के अंतिम दिन होने बाद भी सड़कों पर चहल-पहल कम रही। दोपहर में बाजारों में खरीदारी करने वाले ग्राहकों की भीड़ नदारत रही। लोग घरों में कूलर, एसी के सामने दुबके रहे हालांकि शाम को बाजारों में रौनक देखने को मिली। दोपहर में ज़रूरत पर बाहर निकलने वाले लोग धूप से बचने के लिये लोग अंगौछा, छतरी का प्रयोग करते हुए देखे गये। वहीं गर्मी से पशु पक्षी भी बेहाल नज़र आये। धूप व गर्मी से बचने के लिये खुद के लिए छाया तलाशते रहे। गर्मी के तेवर के आगे लोगो को पसीने छूट रहे है।
धूप से बचने के लिए मुंह ढके स्कूटी सवार महिलाएं।
पशु पक्षी भी हो रहे बेहाल
गर्मी के तेवर से इंसानो के साथ साथ पशु और पक्षी भी बेहाल नज़र आ रहे है। तेज़ धूप व लू से बचने के लिए लोग तरह तरह के जतन कर रहे है। वहीं पशु पक्षी भी खुद के बचाव के लिए इधर उधर सहारा तलाशने को मजबूर है। खुद को गर्मी से बचाने के लिये तलाबो व पोखरो का सहारा ले रहे है।
अभी और तपायेगी गर्मी
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो गर्मी सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पहले ही अनुमान जताया है कि इस वर्ष (मार्च से मई तक) देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
गर्मी से ऐसे रखे खुद को सुरक्षित
चिकित्सको की माने तो भीषण गर्मी से लोगों को अनेक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं हो सकती है। अत्यधिक गर्मी व धूप से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे लू लगने की संभावना रहती है। पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इससे कमजोरी, सिरदर्द और चक्कर आने की समस्या हो सकती है। हीट वेव से बचने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स लें। दोपहर बारह बजे से शाम चार बजे तक बाहर जाने से बचना चाहिए। आवश्यक होने पर खुद को व सिर को सूती कपड़े से अच्छी तरह ही ढककर बाहर निकलना चाहिए।

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