जनता दल युनाइटेड महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष ने डीआईजी को सौंपा ज्ञापन
बांदा, के एस दुबे । जनता दल युनाइटेड महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने सोमवार को डीआईजी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बहुचर्चित यौन शोषण मामले में पुलिस को मिली पेन ड्राइव और मोबाइलों की फोरेंसिक जांच कराए जाने की मांग की है। यह भी कहा कि जांच के दौरान कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। जेल भेजे गए चारों आरोपियों पर गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई किए जाने की मांग भी जदयू नेता ने की है। कहा कि चारों ने संगठित होकर घिनौने कृत्य को अंजाम दिया है। जनता दल युनाइटेड महिला नेता ने कहा कि रईस घरानों के चार आरोपियों ने शहर में रहने वाली तीन युवतियों के साथ घिनौने कृत्य को अंजाम दिया है। संगठित होकर अंजाम दिए गए इस कृत्य पर आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई भी होनी चाहिये। डीआईजी को दिए गए ज्ञापन में यह भी बताया कि इस मामले की रिपोर्ट 22 मार्च को कोतवाली में दर्ज कराई गई। इस मामले के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि दो आरोपियों ने न्यायालय में सरेंडर किया। ज्ञापन में कहा कि
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डीआईजी को ज्ञापन सौंपतीं जदयू महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष शालिनी। |
आरोपियों के जेल भेजे जाने के बाद पुलिस सुस्त नजर आ रही है। डीआईजी से मांग करते हुए जेडीयू नेता ने कहा कि पेन ड्राइव और मोबाइल समेत इलेक्ट्रानिक उपकरणों की फोरेंसिक जांच कराई जाए। जेडीयू नेता ने आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई किए जाने की मांग की। कहा कि यौन शोषण मामले के चारों आरोपी नवीन विश्वकर्मा, स्वतंत्र साहू, आशीष अग्रवाल और लोकेंद्र सिंह चंदेल ने संगठित रूप घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। इस पर गैंगेस्टर की कार्रवाई होना बहुत जरूरी है। कहा कि पेन ड्राइव और इलेक्ट्रानिक उपकरणों की फारेंसिंक जांच किए जाने पर कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। इस दौरान जनता दल युनाइटेड के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
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