26 अप्रैल को विशेष लोक अदालत
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले में न्याय प्रणाली को अधिक सुलभ व प्रभावी बनाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मध्यस्थता केन्द्र में 40 घंटे के प्रशिक्षण के बाद, जिले के छह अधिवक्ताओं को उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली ने प्रमाण पत्र दिया। यह प्रशिक्षण, जिसमें राहुल शर्मा, चुनकूराम पाल, ननकूराम, भोला शंकर, मुन्नालाल चौबे और रविशंकर द्विवेदी शामिल थे, अब स्थानीय विवादों को हल करने में मदद करेगा। इस प्रशिक्षण के बाद राकेश कुमार त्रिपाठी, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने इन अधिवक्ताओं को प्रमाण पत्र दिया। श्रीमती नीलू मैनवाल सचिव/अपर जिला जज ने बताया कि यह प्रशिक्षण न केवल
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| प्रमाण प़त्र के साथ अधिवक्तागण व जनपद न्यायाधीश |
अधिवक्ताओं के लिए, बल्कि आम जनता के लिए भी लाभकारी होगा। अब ये अधिवक्ता विवादों को मध्यस्थता के जरिए सुलझाकर न्याय की प्रक्रिया को सरल और शीघ्र बना सकेंगे। हाल ही में, मध्यस्थता केन्द्र ने एक सात साल पुरानी कुटुंबीय विवाद को सुलझाया, जिसमें दोनों पक्षों ने सुलह करके एक साथ रहने का निर्णय लिया। इसके अतिरिक्त, 26 अप्रैल को विद्युत अधिनियम, 2003 के तहत लंबित मामलों का निस्तारण विशेष लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर किया जाएगा।


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