बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र त्योहार माना जाता है. इस दिन भगवान गौतम बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और उनके परिनिर्वाण यानी निधन, तीन बातें एक ही दिन घटी थीं. इसलिए यह दिन बहुत खास माना जाता है. बुद्ध पूर्णिमा सोमवार, 12 मई को मनाई जाएगी. यह भगवान बुद्ध की 2587वीं जयंती होगी. यह पर्व केवल भारत ही नहीं, बल्कि थाईलैंड, चीन, कम्बोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तिब्बत जैसे देशों में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. बुद्ध पूर्णिमा हर साल वैशाख महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती. इस दिन को वैशाखी बुद्ध पूर्णिमा या वेसाक भी कहा जाता है.
भगवान बुद्ध का जन्म करीब 563 ईसा पूर्व लुंबिनी (जो अब नेपाल में है) में हुआ था. उनका बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था और वे एक राजकुमार थे. लेकिन जीवन का सच्चा अर्थ जानने के लिए उन्होंने राजमहल और सुख-सुविधाएं छोड़ दीं. बुद्ध एक महान विचारक, आध्यात्मिक गुरु, धार्मिक नेता और ध्यान साधक थे.बुद्ध पूर्णिमा के मुख्य उपदेश अहिंसा, सत्य, करुणा और शांति पर केंद्रित हैं
ज्योतिषाचार्य-एस.एस.नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र, अलीगंज


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