प्रशासनिक लापरवाही से सड़क बनी झील, लोग नहाते-धोते दिखे
घंटो लगा रहा जाम
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । भीषण गर्मी और जल संकट के बीच जिले में जल प्रबंधन की हालत किस कदर चरमराई हुई है, इसका ताजा उदाहरण बुधवार को सामने आया जब एनएच-35 झांसी-मिर्जापुर मार्ग पर स्थित मंदाकिनी पुल पर पेयजल पाइपलाइन फट गई। कई घंटे तक हजारों लीटर पानी सड़क पर बहता रहा, जिससे जहां एक ओर लंबा जाम लग गया, वहीं राहगीर सड़क पर नहाते नजर आए। गर्मी में प्यासे लोग जहां एक-एक बूंद पानी के लिए जूझ रहे हैं, वहीं प्रशासन की उदासीनता के कारण बहुमूल्य पानी सड़क पर यूं ही बहता रहा। यह नजारा मानो एक ओपन शावर जोन में बदल गया हो। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि पाइपलाइन फटने के बाद कई बार जल निगम को सूचना दी गई, लेकिन काफी देर तक कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। स्थिति तब और बिगड़ी जब सड़क पर जमा पानी की वजह से जाम की स्थिति पैदा हो गई। मोटरसाइकिल और पैदल यात्रियों
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| हाईवे के पुल पर पानी का फव्वारा और जाम के हालात |
को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासी ने तंज कसते हुए कहा कि इतनी गर्मी में तो नगर पालिका खुद भी टैंकर से पानी नहीं देती, यहां तो खुद ब खुद फव्वारा सेवा चालू हो गई है। बस इस सेवा का उद्घाटन करने कोई अधिकारी नहीं आया। प्रशासन की चुप्पी और मरम्मत कार्य में देरी यह सवाल खड़ा करती है कि क्या जिले में जल संरक्षण केवल भाषणों तक सीमित रह गया है? भीषण गर्मी में जल बर्बादी की इस तस्वीर ने न सिर्फ व्यवस्था की पोल खोली है, बल्कि यह भी बताया कि कैसे लापरवाही के कारण एक जरूरी संसाधन मजाक बनकर रह गया है।


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