शाम होते ही आसमान छा रही बदली, हवाओं के झोंकों से मिली राहत
बारिश की आस लगा रहे लोगों को फिलहाल मिल रही मायूसी
बांदा, के एस दुबे । लगातार खिल रही तेज धूप की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में लोग पूरा दिन गर्मी से जूझ रहे हैं। दोपहर के समय तेज धूप और गर्म हवाओं की वजह से अति व्यस्त सड़कों पर भी सन्नाटा नजर आ रहा है। शाम के समय आसमान पर बादल छा जाने से और हवाओं के झोंके चलने से लोगों को राहत मिल रही है। लेकिन बारिश न होने से मायूस नजर आ रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्द ही बारिश होने की संभावना है।
![]() |
| बांदा-महोबा रोड पर सोमवार दोपहर पसरा सन्नाटा। |
मई माह के पहले पखवारे में मौसम का मिजाज हर दिन बदल रहा है। सुबह आसमान में बदली और दोपहर के समय तल्ख धूप की वजह से लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं। दोपहर के समय चार घंटे तक गर्मी से जूझते हुए पसीने से तरबतर रहने के बाद लोगों को शाम के समय गर्मी के राहत तब मिली जब आसमान पर बादल छा गए और हवाओं के झोकें चलने लगे। लेकिन आसमान पर बादल छा जाने के बावजूद बारिश न होने से लोगों को मायूसी हाथ लग रही है। पिछले एक सप्ताह से जबरदस्त गर्मी की वजह से लोग परेशान हैं। गुरुवार को मामूली बूंदाबांदी होने से उमस में और इजाफा हो गया। लगातार खिल रही तेज धूप की वजह से गर्मी अपने पूरे शवाब पर है। हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश शाहा ने बताया कि सोमवार को 41 डिग्री अधिकत तापमान रेकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट आई है। न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रेकार्ड किया गया।
गर्मी से डायरिया के मरीजों में इजाफा
बांदा। गर्मी बढ़ने के साथ ही डायरिया और बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। सोमवार को जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में हाफ समय ओपीडी रही। इसके चलते मरीजों की जबरदस्त भीड़ पहुंच गई। भीड़ अधिक होने की वजह से ओपीडी में मरीजों की भीड़ लगी रही। खांसी जुकाम के साथ ही डायरिया और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक रही। 12 से अधिक मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया, वहां उनका उपचार किया जा रहा है। ईएमओ डॉ. विनीत सचान ने कहा कि गर्मी के मौसम में सावधानी बरतें और बुखार आने या उल्टी दस्त होने पर तत्काल सीएचसी पीएचसी या फिर जिला अस्पताल में उपचार कराएं। लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।


No comments:
Post a Comment