भारत पाक युद्ध के संभावित खतरों को देखते हुए पुलिस ने किया माकड्रिल
पुलिस, फायर ब्रिग्रेड, स्वाथ्य विभाग व आपदा प्रबंधन इकाई ने बताई बारीकियां
फतेहपुर, मो. शमशाद । पहलगाम के आतंकी हमले में मारे गये निर्दाष भारतीय नागरिकों की हत्या के बदले में भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक किये जाने के बाद दोनों देशों के मध्य युद्ध के संभावित खतरो को देखते हुए देशभर में माकड्रिल के माध्यम से लोगों को युद्ध की आपात स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने व घायलों को निकालने जैसी स्थिति से बचाने के लिए माक ड्रिल के माध्यम से अभयास कराया गया। बुधवार को शहर के राजकीय इंटर कालेज में जिला प्रशासन के निर्देशन में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा पुलिस, फायर ब्रिग्रेड, चिकित्सा विभाग, रेड क्रॉस द्वारा युद्ध जैसी स्थिति लेकर माक ड्रिल किया गया। जिसमे हवाई या मिसाइल हमले के संभावित खतरे के दौरान खुद व परिवार के लोगों को सुरक्षित बचने, एक स्थान से दूसरे स्थान निकलने, हमले के दौरान घायलों को इलाज आदि के विषय में जानकारी दी गयी। फायर ब्रिग्रेड की टीम द्वारा बम विस्फोट की स्थिति में भागने की जगह ज़मीन पर लेटकर व रेंगते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान पर निकलने घायलों को इलाज के लिये एंबुलेंस तक पहुंचाने व आपात स्थिति में एम्बुलेम्स न मिलने पर रेडक्रॉस सोसाइटी के लोगों द्वारा घायलों को प्राथमिक उपचार किये जाने के विषय में जानकारी दी गयी। विद्यालय के बच्चे एवं नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने सिविलियन सोसाइटी में लोगो को सुरक्षित रहने एवं आपात स्थिति में घायलां की मदद करने की जानकारी देकर अपने परिजनों एवं आस पास के लोगों को भी जागरूक करने की अपील की गई।

राजकीय इंटर कालेज में मॉक ड्रिल करते पुलिस कर्मी।
माकड्रिल की अहम बातें
लोगों को एयर रेड सायरन के माध्यम से बताया गया कि सायरन बजने की स्थिति को युद्ध में खतरे से एलर्ट समझे। खतरे वाली जगह को फौरन ख़ाकी करे व सुरक्षित स्थान की ओर मूव करें।
ब्लैकआउट
सायरन बजते ही या मिसाइल हमले का आभास होते ही रात के समय मे तत्काल घरों में बिजली की आपूर्ति बंद कर ब्लैकआउट करें। बल्ब व टार्च की जगह मोमबत्ती का प्रयोग करें।
केंद्र की पहल पर माकड्रिल अभ्यास
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) के लिए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बुधवार को मॉकड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे। युद्ध जैसी आपात स्थिति में आम जनमानस की जान बचाने व हताहतों की संख्या को सीमित करने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से देशभर के करीब 300 स्थानों पर इसका आयोजन किया गया जिसके क्रम में जनपद में भी जिला आपदा प्रबंधन इकाई व जिला प्रशासन द्वारा माक ड्रिल किया गया।

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