कानपुर, प्रदीप शर्मा - आज रामेष्ट धाम केशव मधुवन वाटिका में केशव मधुवन सेवा समिति के सदस्यों एवं स्थानीय निवासियों के बच्चों के साथ रामचरित मानस पर चर्चा की गई जिसको बच्चो ने बहुत ध्यान से सुना चर्चा में सहभागिता करते हुए रामचरित मानस के बारे मे अपनी जानकारी भी साझा की। रामचरित मानस के रचयिता कौन है, इसमें कितने काण्ड है, प्रत्येक काण्ड का नाम क्या है,भगवान राम के पिता जी का क्या नाम था, भगवान राम कितने भाई थे, चारों भाइयों की पत्नी का नाम क्या था, भगवान राम को वनवास क्यों जाना पड़ा, वनवास में भगवान राम का किससे किससे मिलन हुआ, राम रावण का युद्ध क्यों हुआ । भगवान हनुमान जी भगवान राम से कब और कैसे मिलन हुआ आदि प्रश्नों का उत्तर बच्चो ने बड़ी निर्भीकता व आस्था के साथ देकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया । समिति के
महासचिव राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि समिति का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को संस्कारित करने के साथ साथ उनमें नैतिकता व सामाजिक ज्ञान में भी वृद्धि करनी है। धार्मिक ज्ञान देने की भी आवश्यकता है। रामचरित मानस पर चर्चा व भगवान की आरती के बाद बच्चो को प्रसाद वितरित किया । आज के आयोजन में इशिता दुबे, आयुष ओझा, अनंत शुक्ला, अक्षिता, प्रथम सिंह यादव, अनुज, आयुष मिश्रा, अनन्या पाण्डेय एवं आयोजन में श्री जयराम दुबे, श्याम बिहारी शर्मा, राजेन्द्र अवस्थी, बी के बाजपेई, कृष्ण मुरारी शुक्ला, कप्तान सिंह, बी के बाजपेई, पी के त्रिपाठी, चन्द्र भूषण मिश्रा, सीमा शुक्ला आदि सम्मिलित हुए।


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