अहिंसा व करुणा के प्रतीक भगवान बुद्ध
श्रद्धा और प्रेरणा का संगम
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले में निवर्तमान सांसद आरके सिंह पटेल के आवास पर बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर तथागत भगवान महात्मा बुद्ध की जयंती धूमधाम व श्रद्धा के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर रहा, जहां श्रद्धालुओं ने बुद्धं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि, संघं शरणं गच्छामि का सामूहिक जाप कर भगवान बुद्ध को स्मरण किया। अपने संबोधन में पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल ने भगवान बुद्ध के त्याग, तपस्या और ज्ञान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मात्र 29 वर्ष की आयु में सांसारिक मोह-माया को त्यागकर बुद्ध ज्ञान की तलाश में निकल पड़े थे। बोधगया में लंबी तपस्या और गहन ध्यान के माध्यम से उन्होंने आत्मज्ञान प्राप्त किया और संसार को दुःख से मुक्ति का मार्ग दिखाया। बताया कि भगवान बुद्ध ने अष्टांगिक मार्ग के माध्यम से जीवन
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| भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते पूर्व सांसद |
को सही दिशा देने की शिक्षा दी, जिसमें सही विचार, सही वाणी, सही आचरण और सही ध्यान जैसे मूल तत्व सम्मिलित हैं। सांसद ने कहा कि आज के समय में भगवान बुद्ध की करुणा व अहिंसा की सीख और भी प्रासंगिक है। समाज से आग्रह किया कि बुद्ध के सिद्धांतों को अपनाकर हम एक समरस और शांतिपूर्ण समाज की स्थापना कर सकते हैं। कार्यक्रम में श्रम प्रकोष्ठ के जिला संयोजक सुनील पटेल, शक्ति प्रताप सिंह तोमर, इंजीनियर राजेश सिंह, राजकुमार त्रिपाठी, शिवाकांत पांडे, मनोज पटेल, ज्ञान सिंह पटेल, होरीलाल सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।


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