पहले दिन कथावाचक ने बताया श्रीमद्भागवत कथा का महात्म्य
नरैनी, के एस दुबे । कस्बे के प्रतिष्ठित परिवार ने इंद्रा नगर में कथा का आयोजन कराया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा के व्यास वाणी आचार्य मिथिलेश मिश्रा श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ के पहले कलश यात्रा निकाली जो कस्बे के कालिंजर मार्ग नहर पट्टी से होकर कस्बे में स्थिति बिहारी जू महाराज के मंदिर में माथा टेक पूजा अर्चना की और कस्बे के मुख्य बाजार हनुमान चौक के हनुमान जी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद में गृह निवास मंच पर बनी व्यास गद्दी पर पूजा कर आचार्य ने प्रथम दिवस की कथा प्रारंभ की। आचार्य मिश्रा जी ने प्रथम दिवस में कलश यात्रा, गणेश पूजन, देव पूजन और भक्ति ज्ञान बैराग का वर्णन की कथा के माध्यम से आचार्य ने बताया की जीवन में यदि सच्ची भक्ति हो
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| कस्बे में भ्रमण करते कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु। |
तो भगवान बिना बुलाए ही दौड़ कर आते है श्री मद भागवत् महा पुराण को सुनने मात्र से पापों की भी मुक्ति हो जाती है जिसने सत्य संकल्प लेकर यदि नियम पूर्वक भागवत की कथा श्रवण कर लेता है तो उसको मुक्ति में कोई संशय नहीं है भगवन्नाम और भागवत आश्रय ही हमें भवसागर से पार करने का सबसे सरल साधन है संगीतमयी भागवत कथा में यजमान गायत्री त्रिपाठी, देव शरन त्रिपाठी , रानी त्रिपाठी, लवकुश , अशोक सोनी , गुरु बाजपेई, सुशील तिवारी, चैन बाबू पटेल,राजा बाबू पाण्डे, कमलेश, हरिओम, केशव पाण्डे सहित सैकड़ों लोगों ने कथा का रसपान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।


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