राष्ट्रीय लोक अदालत में 1,11,583 वाद सुलह समझौते से निस्तारित, 14,68,926 रुपया जुर्माना वसूला
बांदा, के एस दुबे । जनपद और तहसील मुख्यालयों में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह समझौते के तहत 1,11,583 वाद निस्तारित किए गए। इससे वादकारियों को भागदौड़ से निजात मिल गई। 14,68,926 रुपये जुर्माना वसूला गया। जिला जज डॉ. देवेंद्र सिंह ने दीप प्रज्जवलन कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। उन्होंने सिविल व क्रिमिनल के तीन वाद निस्तारित करते हुए पांच सौ रुपये अर्थदंड अधिरोपित किया। संजीव कुमार सिंह-प्रथम, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, ने 36 वाद निस्तारित करते हुए 7615000 रुपये बीमा कम्पनियों द्वारा पीड़ित पक्षों को दिलाया। मुकेश कुमार सिंह प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय ने पारिवारिक
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| फीता काटकर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करते जिला जज डॉ. देवेंद्र सिंह। |
वादों से संबंधित 55 वाद निस्तारित किये। चन्द्रपाल द्वितीय, प्रथम अपर जिला जज ने सिविल के दो वाद निस्तारित किये गये। डॉ. विकास श्रीवास्तव, अपर जिला जज एससीएसटी, ने एक वाद निस्तारित किया। छोटेलाल यादव अपर जिला जज दस्यु प्रभावित क्षेत्र ने कुल तीन वाद निस्तारित करते हुए 15 हजार रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया। प्रदीप कुमार मिश्रा, विशेष न्यायाधीश (ईसी एक्ट) ने विद्युत अधिनियम से संबंधित सर्वाधिक कुल 55 वाद निस्तारित करते हुए 8,69,416 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया। साथ ही विद्युत के 10 हजार वाद प्री-लिटिगेशन स्तर पर निस्तारित किये गये इन वादों के निस्तारण में विजनेश कुमार विशेष लोक अभियोजक का विशेष योगदान रहा। इनके अलावा अन्य न्यायाधीशों ने भी वाद निस्तारित किए। बैंक द्वारा कुल 392 वादों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किया गया, जिसमें 48743000 रुपये कर्जदारों से वसूल किये गये।


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