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Tuesday, November 11, 2025

नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की........

श्री कृष्ण का जन्म होते ही गूंज उठे जय कन्हैया लाल के जयघोष

श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथाव्यास ने श्रोताओं को सुनाई श्रीकृष्ण जन्म की कथा

अतर्रा, के एस दुबे । भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा व्यास आचार्य अरुण मिश्रा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार एवं पृथ्वी को राक्षसी शक्तियों से मुक्त कराने के लिये अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। नगर के बिसंडा रोड स्थित शिवशक्ति भवन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन वृंदावन धाम से पधारे आचार्य अरुण मिश्रा ने भगवान श्रीकृष्ण के धरती में जन्म लेने का उद्देश्य व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को व्यापक रूप से वर्णित कर सुनाया। कथा सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंश के पापों से धरती डोलने लगी तो भगवान श्रीकृष्ण को अवतरित होना पड़ा। भगवान ने सात संतानों के बाद माता


देवकी के गर्भ से आठवीं सन्तान के रूप में जन्म लिया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गये और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे। कथा के दौरान जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ वैसे ही पूरा पंडाल नन्द के आनन्द भयो जै कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। श्रोतागण भगवान की भक्ति में लीन होकर उनके नन्हे वेश के दर्शन करने को लालायित हो उठे। इस दौरान कथा यजमान ओंकारशरण गुप्ता, सुनीता गुप्ता भगवान श्रीकृष्ण की भक्ती में लीन नजर आए।कथा श्रोताओं में आशीष पाण्डेय, अजयपाल सिंह, हेम सिंह, शिवमोहन गुप्ता, सुनील गुप्ता, राजेश गुप्ता, ओमप्रकाश सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।


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