बांदा, के एस दुबे । दिव्य श्रीरामकथा के छठवें दिन कथा वाचक ने भगवान श्रीराम के आदर्शों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा धार्मिकता के आदर्शों को स्थापित करती है। कथा वाचक ने पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं से नशा छोड़कर नशा मुक्त समाज निर्माण का आह्वान किया। सदर तहसील क्षेत्र के मवई बुजुर्ग गांव स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर के गोसाईं तालाब के पास चल रही दिव्य श्रीराम कथा के छठवें दिन सोमवार को कथा वाचक लोकेंद्र दास महराज ने श्रद्धालुओं को राम कथा का रसपान कराया। कथा के दौरान कथावाचक ने श्रद्धालु भक्तों को नशा मुक्ति का विशेष आग्रह किया। कहा कि सिगरेट, तंबाकू, शराब, बीड़ी जैसे नशे से मुक्त होने की आवश्यकता
है। उन्होंने सभी की कामना की कि वे नशामुक्त समाज का निर्माण करने में योगदान करें। श्रीरामकथा का आयोजन कुरसेजा धाम महंत परमेश्वर दास के संरक्षण में आयोजित हो रहा है। रामकथा सुनने को बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस मौके पर कमल, अंकुश दीक्षित, आरपी सिंह, शैलेंद्र सिंह, कामता सिंह, रामकिशोर सिंह पट्टीदार, बच्चा सिंह, अर्जुन यादव, निरंजन, राजेंद्र, गौरव, संजय, अंकुर सहित तमाम महिला-पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे।


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