आकांक्षी जनपद की प्रगति पर मंथन
योजनाओं के असर पर समीक्षा
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । 22 दिसंबर को कलेक्ट्रेट सभागार में आकांक्षी जनपद एवं आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की प्रगति को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता नीति आयोग भारत सरकार के केंद्रीय प्रभारी अधिकारी दीपक अग्रवाल ने की, जबकि जिलाधिकारी पुलकित गर्ग की उपस्थिति में जिले के विभिन्न विभागों की उपलब्धियों और कमियों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक का फोकस केवल आंकड़ों तक सीमित न रहकर योजनाओं के वास्तविक असर और जमीनी परिणामों पर केंद्रित रहा। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में बताया गया कि 24 उप-स्वास्थ्य केंद्रों में से 23 का निर्माण पूरा हो चुका है। नीति आयोग के प्रभारी ने स्पष्ट किया कि भवन निर्माण के साथ दवाइयों, टीकाकरण और नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी उतनी ही जरूरी है, ताकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बढ़ते दबाव को कम किया जा सके। आंगनबाड़ी केंद्रों के नवनिर्माण की प्रगति पर चर्चा करते हुए कहा गया कि ये केंद्र केवल पुष्टाहार तक सीमित न रहें, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण
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| बैठक में मौजूद अधिकारीगण |
विकास के लिए रचनात्मक गतिविधियों का केंद्र बनें। शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लास, निपुण परीक्षा और डिजिटल लाइब्रेरी की स्थिति पर समीक्षा की गई। कंटेंट की गुणवत्ता, इंटरनेट की बाधाएं और ऑफलाइन विकल्पों पर विशेष जोर दिया गया। कृषि विभाग को दालों की उत्पादकता बढ़ाने और एफपीओ के माध्यम से किसानों को जोड़ने के निर्देश दिए गए। वहीं, स्वास्थ्य संकेतकों में आई गिरावट पर कारणों के विश्लेषण की आवश्यकता बताई गई। अंत में नीति आयोग के प्रभारी ने स्पष्ट किया कि योजनाओं में प्रगति तभी सार्थक मानी जाएगी, जब उसका प्रभाव आंकड़ों के साथ-साथ जनजीवन में भी दिखाई दे। जिलाधिकारी ने बैठक में मिले निर्देशों के अनुपालन का आश्वासन दिया।
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