मनरेगा मजदूरी से किसान संकट तक
किसानों व शिक्षकों की समस्याएं उठीं
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । विधानसभा के तृतीय सत्र 2025 के प्रथम मंगलवार को चित्रकूट सदर विधायक अनिल प्रधान ने सदन में मनरेगा, किसान, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं से जुड़े कई अहम सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना करोड़ों परिवारों के जीवन का सहारा है, लेकिन मजदूरी की दर 252 रुपये प्रतिदिन और भुगतान में महीनों की देरी से श्रमिकों की हालत कमजोर होती जा रही है। केंद्र व राज्य के वित्तीय हिस्सेदारी में बदलाव के बाद उन्होंने आशंका जताई कि पहले से लंबित भुगतान और अधिक उलझ सकते हैं। साथ ही मनरेगा कर्मियों के मानदेय को अन्य राज्यों के मुकाबले बेहद कम बताते हुए इसे बढ़ाने और बकाया भुगतान शीघ्र करने की मांग रखी। विधायक ने मजदूरी बढ़ाकर 700 रुपये प्रतिदिन करने, भुगतान अगले माह के प्रथम सप्ताह में सुनिश्चित करने और किसानों को योजना से जोड़ने की स्पष्ट नियमावली की आवश्यकता भी उठाई।
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| सदर विधायक अनिल प्रधान |
किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए उन्होंने खाद वितरण, एमएसपी, फसल नुकसान, सिंचाई संकट और भूमि अधिग्रहण में मुआवजे को लेकर गंभीर सवाल रखे। उन्होंने कहा कि चकबंदी, अन्ना पशु और बिजली कटौती ने खेती को और कठिन बना दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने शिक्षक भर्तियों में देरी, पदोन्नति, आरक्षण विसंगतियों और अधिकारियों की कथित लापरवाही का मुद्दा उठाया। वहीं चित्रकूट की जर्जर सड़कों के चौड़ीकरण, पंचमुखी मडफा महादेव मंदिर में स्वीकृत कार्यों की अटकी प्रक्रिया, मुख्यमंत्री राहत कोष से समय पर सहायता न मिलने और भैसौंधा में हाईस्कूल निर्माण का बजट लौटने जैसे मामलों को भी सदन के समक्ष रखा। कुल मिलाकर, विधायक ने जिले से जुड़ी समस्याओं को एक साथ सदन में दर्ज कराने का प्रयास किया।
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