बिजली न होने के कारण जनरेटर से चलाया गया काम
सीटी स्कैन और अन्य सेवाएं पूरी तरह से रहीं बंद
मंडलीय अस्पताल के ट्रांसफार्मर से 15 घंटे बाद शुरू हुई बिजली आपूर्ति
बांदा, के एस दुबे । बारिश के दौरान जिला अस्पताल में लगा ट्रांसफार्मर तेज धमाके के साथ गुरुवार की रात को धड़ाम हो गया। इससे जिला अस्पताल की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। मसलन जनरेटर के सहारे किसी तरह से काम चलाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह भी जवाब दे गया। इस परिस्थिति में जिला अस्पताल की जरूरी सेवाएं जैसे सीटी स्कैन आदि ठप रही। मंडलीय अस्पताल के ट्रांसफार्मर से तकरीबन 15 घंटे के बाद शुक्रवार को दोपहर दो बजे ही बिजली आपूर्ति चालू हो सकी। इस दौरान मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जबकि खराब ट्रांसफार्मर की सूचना लखनऊ भेजी गई है।
जिला अस्पताल में लगा बिजली का पैनल |
जिला अस्पताल और महिला अस्पताल को कटौती से मुक्त रखने के लिए बिजली विभाग में अस्पताल के लिए 132 केवी की लाइन डाली गई है। इससे अस्पताल को बिजली कटौती से मुक्त रखा गया है। जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के लिए दो ट्रांसफार्मर भी अलग से लगाए गए हैं। कुछ दिन पहले ही 630 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया गया था। इसी ट्रांसफार्मर से पूरे अस्पताल की बिजली आपूर्ति की जाती है। गुरुवार की रात करीब नौ बजे तेज बारिश के दौरान अचानक तेज धमाके के साथ ट्रांसफार्मर धड़ाम हो गया, इससे पूरे अस्पताल में अंधेरा छा गया। मरीज अंधेरे में बिलबिला उठे। मौके पर पहुंचे इलेक्ट्रीशियन ने किसी तरह जनरेटर चलाकर अस्पताल को रौशन किया। पंखे चलते रहे, लेकिन एसी बंद रहे। शुक्रवार को जनरेटर भी जवाब दे गया और बंद हो गया। इससे अस्पताल की आवश्यक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, डायलिसिस सेंटर, आक्सीजन प्लांट, डिजिटल एक्सरे मशीन आदि बाधित रहीं। इससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि डायलिसिस सेंटर के मैनेजर जितेंद्र सिंह ने जनरेटर चलवाकर मरीजों का डायलिसिस किया। लेकिन सीटी स्कैन और एक्सरा, अल्ट्रासाउंड के लिए मरीज इधर उधर भटकते रहे। मजबूरन मरीजों को बाहर से सीटइी स्कैन और एक्सरा कराना पड़ा। इतना ही नहीं आपरेशन भी बाधित रहे। सीएमएस की मानें तो चार आपरेशन किए गए हैं। इस संबंध में इलेक्ट्रीशियन प्रवीण सिंह ने बताया कि 630 केवीए का ट्रांसफार्मर धड़ाम हो जाने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी, लेकिन जनरेटर के माध्यम से काम चलाया गया। बिजली विभाग को सूचना दी गई। मंडलीय अस्पताल में लगे एक हजार केवीए के ट्रांसफार्मर से जिला अस्पताल की बिजली व्यवस्था को बहाल किया गया है। लेकिन सीटी स्कैन दो बजे के बाद ही चालू किया गया। सीएमएस डा. एसएन मिश्र का कहना है कि इस व्यवस्था को दुरुस्त करने में करीब 15 घंटे का समय लग गया। इसके बाद ही आपूर्ति बहाल हो सकी। ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना लखनऊ भेजी गई है।
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