जिलाधिकारी ने खैराडा गौशाला और कनवारा गौसंरक्षण केंद्र का किया निरीक्षण
गोवंशों के गोबर को एकत्र कर खाद बनाने के लिए कंपोस्ट पिट बनाए जाएं
बांदा, के एस दुबे । जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने ग्राम पंचायत खैराडा की गौशाला तथा बृहद गौ संरक्षण केन्द्र कनवारा का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम पंचायत खैराडा की गौशाला का निरीक्षण करते हुए सभी गौवंशों की शत-प्रतिशत रूप से ईयर टैगिंग कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने गौशाला के चारो ओर सीमेन्ट के खम्भे लगाकर मजबूत तार की फिनिशिंग कराये जाने तथा गौवंशों के लिए भूसा रखने के लिए स्टोर बनाये जाने के निर्देश ग्राम पंचायत सचिव को दिये। उन्होंने गौशाला में सोलर लाइट भी लगाये जाने के साथ गौवंशों के गोबर को एकत्र कर खाद बनाये जाने के लिए कम्पोस्ट पिट भी बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि भूसा, चारा
गौशाला में गोवंश को दुलरातीं जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल |
एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था रखी जाए, इसके साथ ही गौवंशो के लिए हरे चारे की भी व्यवस्था की जाए। निरीक्षण के दौरान समरसेबल का संचालन पाया गया तथा भूसा, चारा व पेयजल उपलब्ध मिला। उन्होंने ग्राम के चौकीदार को टेªन के आवागमन के समय निकट पटरी पर गौवंश न जाएं, इस पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने समस्त गौवंशों का समय से टीकाकरण कराये जाने की बात भी कही।
इसके बाद बृहद गौ संरक्षण केन्द्र कनवारा का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। उक्त गौशाला में उन्होंने नर एवं मादा गौवंशों को अलग-अलग रखे जाने के लिए खाली पडी भूमि पर पार्टीसन कराये जाने तथा शत-प्रतिशत गौवंशों की ईयर टैगिंग कराये जाने एवं हरे चारे की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये। उन्होंने गौशाला में रात में सोलर लाइट की समुचित व्यवस्था करने के लिए भी निर्देशित किया तथा खाली भूमि पर छायादार बडे़ वृक्ष लगाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि केयर टेकर रात में सम्बन्धित गौशाला में ही रूके। उन्होंने सीमेन्ट के खम्भे लगाकर मजबूत फिनशिंग बनाये जाने के निर्देश दिये। गौशाला एनजीओ द्वारा संचालित है, जिसमें काफी गौवंश मौजूद मिले। जिलाधिकारी ने गौवंशों का पूजन कर गुड खिलाया। उन्होेंने निरीक्षण के दौरान सोलर प्लांट से वाटर पम्प चलता पाया गया तथा गौशाला में पर्याप्त भूसे का स्टाक भी मिला। उन्होंने केयर टेकर को निर्देश दिये कि नवजात व छोटे गौवंशों को विशेष ध्यान रखते हुए उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जाए तथा यदि कोई गौवंश बीमार की स्थिति में है तो तत्काल उसका इलाज कराया जाए। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं सम्बन्धित ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
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