सभी तरह के उपाय असफल, भट्ठी की तरह तप रहे कमरे
फतेहपुर, मो. शमशाद । नौतपा के अंतिम दिन भी गर्मी का कहर जारी रहा। लोग गर्मी से बचने को तरह तरह के जतन कर रहे हैं लेकिन शहर मानो आग की भट्टी की तरह तप रहा है। भीषण गर्मी और बढ़ती धूप की तपिश से लोग झुलस रहे हैं। एक दिन पहले की तुलना में तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। रविवार को 43 डिग्री तापमान रहा। शनिवार की अपेक्षा रविवार को तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई। बावजूद गर्मी और तपन से पीछा नहीं छूट सका। बताया जा रहा है कि गर्मी का लगभग पिछले चार दिन में करीब 20 साल का रिकार्ड टूटा है। फिलहाल लोगों को धूप की तपिश और गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से बचने को लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो रहे हैं। सूर्यदेव मानो आग उगल रहे हैं उससे दिन व दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। अब तो लोग कहने लगे कि उफ यह गर्मी क्या मार ही डालेगी। गर्मी से
गर्मी से बचने के लिए मुंह ढके युवतिया। |
बचाव के संसाधन भी अब फेल होते नजर आ रहे हैं। छतों पर लगे पंखे गर्म हवा फेंक रहे हैं। ऐसे ने पंखा न चलाया जाए तो पसीने से लोग तरबतर हो रहे हैं। भीषण गर्मी ने इस समय इंसानों के साथ पशु पक्षियों को आगोश में ले लिया है। लोग अब घरों से निकलने से डर रहे हैं। बाजारों में सन्नाटा पसर रहा है। सड़कों पर मानो कर्फ्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं। मौसम जानकारों की माने तो अभी गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। अगले दो दिन में गर्मी से कुछ राहत इतने की उम्मीद है। ऐसे में गर्मी से बचाव करना जरूरी है। घर से तभी निकलें जब बहुत आवश्यक हो निकले तो मुंह पर सूती कपड़ा जरूर बांध ले। इस समय खूब पानी पीते रहे प्यास न लगने पर भी पानी पीते रहे। आंखों पर अच्छे किस्म का काला चश्मा लगाएं।
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