प्रदेश के सभी जिलों के प्रतिनिधि भागीदारी करेंगे!
कानपुर, संवाददाता - भगवान परशुराम महासभा की बैठक में प्रांतीय अधिवेशन कराने का निर्णय लिया गया है। महासभा के प्रांतीय संयोजक राजेंद्र अवस्थी ने बताया कि इस अधिवेशन में धर्म और संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लिए जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता महासभा के अध्यक्ष श्री भूपेश अवस्थी ने की। उन्होंने कहा कि अधिवेशन के माध्यम से समाज में धार्मिक जागरूकता और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा दिया जा सकेगा। सदस्यों ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि कार्यक्रम में सभी लोग शामिल हो सकें और उन्हें हमारे धार्मिक मूल्यों और परंपराओं से अवगत कराया जा सके।
बैठक में विभिन्न सदस्यों ने अपने विचार प्रस्तुत किए:
- - श्याम नारायण शुक्ला जी ने आर्थिक संदर्भ में प्रस्ताव रखा।
- - के के बाजपेई एवं वरिष्ठ पत्रकार शैलेश अवस्थी जी ने अधिवक्ताओं, चिकित्सकों और पत्रकारों को जोड़ने का सुझाव दिया।
- - अनिल शुक्ला जी ने ब्राह्मणत्व का पालन करने का प्रस्ताव रखा, जबकि श्री अनिल द्विवेदी ने भव्य कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया।
- - संतोष त्रिपाठी ने यज्ञोपवीत संस्कार कराने का प्रस्ताव रखा एवं श्री रविंद्र पालीवाल और अशोक शुक्ला जी ने अधिवेशन फरवरी माह में कराने का प्रस्ताव रखा।
- - सुधीर मिश्रा, वी के शुक्ला, प्रकाश शुक्ला, दिनेश अवस्थी, राकेश वाजपेई ने अधिवेशन हेतु स्मारिका का प्रकाशन करने का सुझाव दिया।
- - राधेश्याम शुक्ल, सुरेंद्र कुमार शुक्ला, विजय शुक्ला, राजीव अवस्थी, गौरव चतुर्वेदी, आलोक शर्मा, डॉक्टर बृज मिश्रा आदि ने भी अपने विचार साझा किए।
महासभा के प्रवक्ता आशुतोष मिश्रा ने बताया कि अधिवेशन की तैयारी हेतु शीघ्र एक बैठक बुलाई जाएगी। महासभा सभी सदस्यों और समाज के लोगों से आग्रह करती है कि वे इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लें और धर्म एवं संस्कृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें।
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