मानक पालन हुए तो फाइनल सूची से बाहर जाएंगे कई कॉलेज
कई सरकारी विद्यालयों में मानकों का नहीं है अता-पता
फतेहपुर, मो. शमशाद । यूपी बोर्ड प्रयागराज द्वारा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की संचालित होने वाले परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण का कार्य चल रहा है, जिले में 114 परीक्षा केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं। खंडहर और मानक विहीन कालेजों का भी प्रस्ताव होने से विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान भी खड़े हो रहे हैं। यूपी बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए बोर्ड द्वारा प्रस्तावित केन्द्रों की सूची जारी की गई है। इसमें जिले के 114 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें कई परीक्षा केंद्र ऐसे बनाए गए हैं जिसमें कोई संसाधन नहीं है। ऐसे ही कई राजकीय विद्यालयों में सुविधाओं का घोर आभाव है। इसमें संसाधनों का अभाव है। स्कूल में न तो शौचालय है और न ही बिजली आदि की व्यवस्था है। विद्यालय में कमरे भी मानक में नहीं हैं। कमरों में जिंगला, खिड़की आदि की कोई व्यवस्था नहीं है। वही कई विद्यालयों में बाउंड्री भी नहीं हैं। विगत वर्ष भी ऐसे कई विद्यालयों को केन्द्र बनाने के लिए प्रस्तावित कर दिया गया था लेकिन बाद में प्रधानाचार्या द्वारा आपत्ति लगाते हुए केन्द्र न बनाए जाने की गुजारिश की थी। जिस पर कई विद्यालयों को केन्द्र की सूची से बाहर किया गया था। नाम न छापने की शर्त पर एक राजकीय प्रधानाचार्य ने बताया कि विद्यालय में परीक्षा कराने के लिए कोई भी साधन नहीं है। बोर्ड द्वारा जारी मानक भी पूरे नहीं होते हैं। विद्यालय में लाइट आदि की व्यवस्था नहीं है। शौचालय अभी निर्माणाधीन है, वहीं एक सैकड़ा के लगभग ही बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर की व्यवस्था है। बोर्ड परीक्षा के मानक के अनुसार विद्यालय की स्थिति नहीं है।
दर्ज आपत्तियो का होना है निस्तारण
डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि बोर्ड से प्रस्तावित सूची पर मानक, दूरी, छात्र आवंटन समेत अन्य बिंदुओं पर छात्र, अभिभावक, प्रबंधक, प्रधानाचार्य अपना प्रत्यावेदन भेज चुके हैं। प्रशासन स्तर से तैयार समिति द्वारा प्रत्यावेदनों का निस्तारण किया जाएगा। उसके बाद परीक्षा केन्द्रों की फाइनल सूची बोर्ड द्वारा जारी की जाएगी।
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