शुभकामनाएं देते हुए लोगों ने की उज्जवल भविष्य की कामना
बांदा, के एस दुबे । कभी पिछड़ेपन और संसाधनों के अभाव के लिए विख्यात रहे बुंदेलखंड की पहचान अब समूचे देश में कला, साहित्य और खेलकूद समेत विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित होने लगी है। पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर में आयोजित प्रसंग महोत्सव के दौरान इसका उदाहरण उस समय देखने को मिला जब शहर की रहने वाली नृत्य गुरु श्रद्धा निगम और उनकी शिष्या रही छवि गुप्ता को कला साधक सम्मान मिला। समूचे देश में संस्कारधानी के रूप विख्यात मध्य प्रदेश की साहित्यिक राजधानी जबलपुर में साहित्य, कला और समाजसेवा को समर्पित अंतर्राष्ट्रीय मंच के 31वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर प्रसंग महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। खास बात यह रही कि जबलपुर जैसे साहित्य और कला के धनी शहर में आयोजित महोत्सव
जबलपुर में पुरस्कार प्राप्त करतीं छवि गुप्ता |
में बांदा की दो कला साधिका आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। शहर के स्वराज कालोनी में नृत्य कला गृह की संचालिका नृत्य गुरु श्रद्धा निगम और उनकी शिष्या रही राजकुमार इंटर कालेज लखनऊ की नृत्य शिक्षिका छवि गुप्ता को जब कला साधक सम्मान देकर सम्मानित किया गया तो उपस्थित लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया और खूब सराहना की। बता दें कि नृत्य गुरु श्रद्धा निगम शहर के स्वराज कालोनी में नृत्य कला गृह के माध्यम से सैकड़ों बच्चों को कथक नृत्य की शिक्षा देती हैं और उनकी सबके प्यारे राम नृत्य नाटिका ने समूचे देश में धूम मचा रखी है। प्रसंग महोत्सव के संस्थापक इंजीनियर विनोद नयन, अध्यक्ष डाॅ. मकबूल अली, सचिव डा.रानू रूही, संयोजक बसंत कुमार शर्मा और सह संयोजक राजेश लखेरा आदि ने श्रद्धा और छवि की जमकर सराहना की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
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