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Sunday, December 8, 2024

सीना छलनी कर रहीं मशीनें, खतरे में केन नदी का अस्तित्व

मानक के विपरीत जाकर माफिया करा रहे अवैध खनन

नालों का पानी नदी में गिरने से जलीय जीव जंतुओं पर पड़ रहा दुष्प्रभाव

जनपद में अवैध खनन बंद कराया जाए, की जाए कठोर कार्रवाई

बांदा, के एस दुबे । बालू माफिया नियम कायदों को ताक में रखकर अवैध खनन कर रहे हैं। केन नदी के बीचोबीच पोकलैंड मशीनों से नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है। अवैध खनन से केन नदी के अस्तित्व को खतरा उत्पन्न हो गया है। नालों का पानी नदी में गिरने की वजह से जलीय जीव जंतुओं पर बुरा असर पड़ रहा है। अवैध खनन पूरी तरह से बंद कराया जाना चाहिये और अवैध खनन करने वाले माफियाओं पर सख्ती के साथ कार्रवाई होनी चाहिये। यह बात मीडिया से बात करते हुए गंगा समग्र (कानपुर प्रांत) के जिला संयोजक महेश कुमार प्रजापति ने कही। केन पथ रोड में सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के पास आयोजित प्रेस वार्ता में प्रजापति ने कहा कि जनपद अवैध खनन का कार्य काफी मात्रा में देखने को मिल रहा है। नदी के बीचों बीच पोकलैंड मशीनों से नदी का सीना छलनी किया जा रहा है। इसके अंतर्गत आए दिन समाचारों में भी खबरें प्रकाशित हो रही हैं, उन्होंने कहा

मीडिया से मुखातिब जिला संयोजक महेश प्रजापति व अन्य।

कि अवैध खनन से केन जल के अस्तित्व को खतरा है। अवैध खनन करने वाले लोग अपनी आवश्यकता से अधिक और मानक के विपरीत जाकर खनन कर रहे हैं जो कि केन नदी के अस्तित्व के लिए एक बड़ा खतरा है। जिला प्रशासन भी अवैध खनन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है, यह दुखद स्थिति है। कहा कि नमामि गंगे परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसके अंतर्गत नदियों के जल को संरक्षित करने और नदियों में पाए जाने वाले जलीय जीव जंतुओं के निवास स्थान को यथास्थिति के रूप में बनाए रखने के लिए तथा नदियों के जल संरक्षण के लिए शहर में बहने वाले नालों के पानी को एसपी या बायोरमेडिएशन या फाइटर रेमेडिएशन के उपरांत जल को नदी में अत्यधिक खनन के कारण जलीय जीव जंतुओं जैसे कि कछुआ इत्यादि अन्य प्राणियों पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इससे प्राकृतिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिले में अवैध खनन पूर्ण रूप से बंद होना चाहिए और जिला प्रशासन को इन सब पर कठोर से कठोर कार्यवाही करनी चाहिए। प्रेस वार्ता में गंगा वाहिनी प्रमुख अनीता शुक्ला, गंगा सेविका प्रमुख पार्वती गुप्ता, तालाब आयाम प्रमुख रजनीश प्रजापति, विधि आयाम प्रमुख दीपक शुक्ला, महेश कुमार धुरिया जिला उपाध्यक्ष गौ रक्षा समिति, मीडिया आयाम प्रमुख मितेश कुमार आदि मौजूद रहे।


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