बांदा, के एस दुबे । शहर के बामदेवेश्वर मंदिर में मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रही। सुबह होते ही श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुचंकर भगवान शिव का दूध, दही, घी और गंगाजल से जलाभिषेक किया। इसके साथ ही खिचड़ी चढ़ाई। बामदेवेश्वर शिव मंदिर में सुबह से लेकर देर रात तक भगवान भेालेनाथ का दर्शन और पूजन करने वालों की लंबी लाइन लगी रही। मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग लगाई थी। इधर, मकर संक्रांति के मौके पर कालिंजर दुर्ग में विराजमान नीलकंठ महादेव का श्रद्धालुओं ने दर्शन और पूजन किया। घने कोहरे के बीच लोगों का आवागमन शुरू हो गया था। दुर्ग में स्थित रामकटोरा तालाब के काई युक्त पानी में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। पुरातत्व विभाग की लापरवाही से इन तालाबों की सफाई नहीं करवाई गई। कालिंजर दुर्ग में पन्ना, सतना,
कालिंजर दुर्ग में नीलकंठ मंदिर दर्जन को जाते भक्त। |
बांदा-चित्रकूट, महोबा, छतरपुर, रीवां आदि स्थानों से लोग शिव दर्शन को पहुंचे। भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया था। कालिंजर थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह हमराहियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था में डटे रहे। सुबह से लेकर देर शाम तक श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। सभी लोगों ने नीलकंठेश्वर के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही दुकानों में खरीदारी का सिलसिला चला। इधर, नौगवां पंचायत में मकर संक्रांति के पर्व पर यह मेला तीन सैकड़ा वर्ष पहले से यह लगता चल रहा है। इधर, बबेरू के मढ़ीदाई मंदिर में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने माता रानी की पूजा-अर्चना कर खिचड़ी चढ़ाई और लोगों को खिचड़ी का दान किया। क्षेत्र के मंदिर देवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सभी ने खिचड़ी का दान दिया। मां मढ़ी दाई मंदिर में श्रदालुओं ने खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया। इसके अलावा औगासी, यमुना नदी व मरका यमुना नदी में विशाल मेला लगा। इसके अलावा यमुना नदी में स्नान कर खिचड़ी का दान किया व मेले में लगी दुकानों में खरीददारी की।
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