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Thursday, February 20, 2025

गोवर्धन पूजा से भगवान श्रीकृष्ण ने तोड़ा इंद्र का घमंड

पिपरहरी गांव में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा का पांचवां दिन

बांदा, के एस दुबे । इन दिनों पैलानी तहसील के पिपरहरी गांव में श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का आयोजन हो रहा है। पांचवें दिन गुरुवार को कथा व्यास सुनील द्विवेदी कानपुर ने गोवर्धन पूजा की कथा का बखान किया। कहा की इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने ब्रजमंडल में उनकी पूजा बंद कर दी गोवर्धन की पूजा शुरू कर दी इससे गुस्सा आए इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बरसात कराई जिससे लोगों को बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत ही उठा लिया और इंद्र के घमंड को चूर-चूर कर दिया। इस अवसर पर पिपरहरी गांव में श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा श्रवण करने के लिए सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर पूर्ण लाभ प्राप्त कर रहे हैं। कथा परीक्षित जगत पाल सिंह तथा

पिपरहरी गांव में श्रीमद् भागवत कथा बखान करते कथा व्यास सुनील द्विवेदी

उनकी पत्नी फूला सिंह कथा श्रवण कर रहे हैं यह आयोजन ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह द्वारा चारों धाम की पूजा के पश्चात अपने माता-पिता को भागवत कथा श्रवण करा रहे हैं। श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के लिए गांव समेत आसपास गांवों के श्रोता भी पहुंचकर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं। इसी तरह अतर्रा कस्बे के सिद्धपीठ गौराबाबा धाम मंदिर परिसर में आयोजित हो रही संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन कथा व्यास श्रवण कुमार शास्त्री ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन कथा का वर्णन किया। उन्होंने भक्तों को बताया कि जब इंद्र के प्रकोप से बृज में मूसलाधार बारिश हुई, तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठा लिया। बृजवासी गोवर्धन की ओट में सुरक्षित और सुखपूर्वक रहे। सात दिनों
मौजूद श्रोतागण

तक लगातार वर्षा होने के बाद जब इंद्र का घमंड टूट गया, तब भगवान ने पर्वत को नीचे रख दिया और सभी को गोवर्धन पूजन व अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान के इस दिव्य प्रसंग का आनंद लिया। कथा समाप्ति के बाद परीक्षित विमल त्रिवेदी और रूबी त्रिवेदी ने व्यासपीठ की आरती उतारी। कथा सहयोगी प्रकाश त्रिवेदी ने कथा में आए श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित कराया। श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है।


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